EMI: प्री-EMI में सिर्फ डिस्बर्समेंट एमाउंट पे आपको सिंपल इंटरेस्ट चुकाना है. जबकि Full-EMI में प्रिंसिपल और इंटरेस्ट दोनों शामिल होते हैं.
लोन-टू-वैल्यू रेशियो का मतलब है कि किसी प्रॉपर्टी की तय कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा.
कम उम्र में यानी 20 से 30 साल के बीच ही अगर यह काम कर लिया जाए तो इसके कर्इ फायदे हैं. इससे आपको होम लोन की किस्त चुकाने के लिए ज्यादा समय मिल जाता है
Home Loan Rates: अभी देश में होम लोन की दर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर है. इस समय घर खरीदना फायदे का सौदा है.
UBI की नई ब्याज दर आज यानी 27 अक्टूबर से लागू हो गई हैं. इससे पहले बैंक की ओर से दिए जा रहे लोन पर लगने वाली ब्याज दर पहले यह दर 6.80 प्रतिशत थी.
IPPB का उद्देश्य HDFC Ltd के होम लोन के प्रोडक्ट और इसकी एक्सपर्टाइज (विशेषज्ञता) को भारत में फैले उसके सभी ग्राहकों तक पहुंचाना है.
अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है या कम है तो आपकी होम लोन की एप्लीकेशन रिजेक्ट हो सकती है.
Cheap Home & Car Loans: होम लोन और कार लोन पर बेहद कम ब्याज दर के अलावा हर डेबिट व क्रेडिट कार्ड से लेन-देन पर कैशबैक तक के ऑफर दिए जा रहे हैं
रिटायरमेंट के बाद जिस बैंक अकाउंट में आपकी पेंशन आती है उसी बैंक से लोन के लिए अप्लाई करें. इससे लोन लेने में आसानी होती है.
वेतनभोगी और पेशेवर आवेदकों के लिए ब्याज दर अब 6.70% प्रति वर्ष से शुरू होगी जो की पहले के 6.75% से 0.05% कम है.