बुधवाकर को गवर्नर दास देंगे कितना बड़ा झटका, क्या Facebook, Google पर न्यूज के लिए देने होंगे पैसे?
जब बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से बिल्डर को पूरा लोन डिस्बर्स यानी लोन की पूरी एमाउंट मिल जाती है तब इएमआइ शरु होता है.
Home Loan Interest: होमलोन का टेन्योर सिर्फ इस वजह से न बढ़वाएं कि आपकी मंथली ईएमआई कम हो जाएगी. इससे आपको फौरी तौर पर तो राहत मिल सकती है.
कर्जदाता अपना लोन वसूलने के लिए रिकवरी एजेंटों की सेवाएं ले सकते हैं. लेकिन, ये अपनी हद पार नहीं कर सकते हैं.
लोन-टू-वैल्यू रेशियो का मतलब है कि किसी प्रॉपर्टी की तय कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा.
वास्तव में आपकी हर महीने की आमदनी के हिसाब से आपकी री पेमेंट कैपिसिटी तय की जाती है और उसके हिसाब से आपको लोन देने का फैसला किया जाता है.
रिटायरमेंट के बाद जिस बैंक अकाउंट में आपकी पेंशन आती है उसी बैंक से लोन के लिए अप्लाई करें. इससे लोन लेने में आसानी होती है.
आपको लोन एग्रीमेंट पर साइन करने से पहले अपने रीपेंमेंट करने के सभी विकल्पों का पता लगाना चाहिए.
Loan against property: लोन लेने से पहले अलग अलग लेंडर्स द्वारा दी जाने वाली दरों की तुलना कर लें. इन लोन में हाइअर टेन्योर शामिल होते हैं.
Home Loan: वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी होता है. एक खर्च के लिए व्यवहारिक बजट तैयार करें. यहीं से कर्ज चुकाने की शुरुआत होती है