सेबी ने AMFI से ऐसे म्यूचुअल फंड में नया निवेश लेने से मना किया है जिनका निवेश विदेशों में लिस्ट ईटीएफ में जाता है.
AMFI के मुताबिक सितंबर शुद्ध प्रवाह का लगातार 31वां महीना है.
देश में कुल 44 एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (AMC) यानी म्यूचुअल फंड हाउस हैं जो करीब 40 लाख करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों का प्रबंधन कर रही हैं. ये कंपनियां कारोबार बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं लॉन्च करती हैं.
निवेशकों ने बैलेंस्ड एडवांटेज फंड श्रेणी में Q1 में 5,120.16 करोड़ रुपये और Q2 में 24,258.06 करोड़ रुपये का नेट इन्वेस्टमेंट किया है.
MF: ऐसा पहली बार हुआ है जब म्यूचुअल फंड में SIP 10 हजार करोड़ रुपए के पार हो चुका है. एमएफ स्कीमों पर रीटेल निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है.
अब सेबी की नवीनतम घोषणा के साथ, पूंजी बाजार नियामक ने स्पॉट गोल्ड एक्सचेंज के लिए एक फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी है.
ETF: पिछले एक साल में ईटीएफ की तुलना में लिक्विड फंडों का औसतन एयूएम लगभग 80,000 करोड़ रुपये से रहा है.
SIP: सितंबर में एसआईपी के जरिये 10,351.3 करोड़ का शुद्ध निवेश हुआ है वहीं मार्च 2020 में एसआईपी में 8641 करोड़ रुपए का निवेश आया था.
Digital Gold: वर्तमान में, भारत में कोई भी इंस्टीट्यूशन इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है. ऐसा कहते है कि, डिजिटल गोल्ड स्पेस अनरेगुलेटेड है.
Equity: जुलाई 2021 तक निजी निवेशकों के पास 25.33% एसेट्स B30 स्थानों से ताल्लुक रखते हैं और बाकी बचे 74.67 फीसदी टी30 से आते हैं.