भारत का हर मध्यमवर्गीय परिवार जिस एक सवाल का हर समय जवाब ढूंढता है, उस सवाल के जवाब को मनी9 लेकर आया है. सवाल है कि महीनेभर की सैलरी कहां खप जाती है? Money9 के सर्वे के मुताबिक भारतीय परिवार महीनेभर में जितनी कमाई करते है, उस कमाई का करीब 39 फीसद हिस्सा महीने के राशन, गाड़ी के तेल और बिलों के भुगतानमें खत्म हो जाता है. मनी9 के पर्सनल फाइनेंस सर्वे से यह जानकारी निकलकर सामने आई है. सर्वे के मुताबिक भारतीय परिवारों की महीने की कमाई का 19 फीसद हिस्सा महीनेभर का राशन खरीदने में चला जाता है और 8 फीसद हिस्सा गाड़ी का तेल खरीदने में खप जाता है.
सर्वे के मुताबिक राशन और ईंधन के अलावा सैलरी का करीब 12 फीसद हिस्सा बिजली, पानी और इंटरनेट के बिल भरने में खप जाता है. यानी राशन, ईंधन और बिजली पानी तथा इंटरनेट के बिल को मिलाकर देखें तो 39 फीसद सैलरी खप जाती है. इसके अलावा भी कई और खर्च हैं जिनमें सैलरी का बड़ा हिस्सा खपता है.
सर्वे के मुताबिक बच्चों की फीस भरने में भारतीय परिवारों की सैलरी का करीब 10 फीसद हिस्सा खत्म हो जाता है. इसके अलावा सेलरी के 8 फीसद हिस्से का इस्तेमाल कपड़े खरीदने में होता है और दवाई खरीदने में भी लगभग इतना ही खर्च आता है. सर्वे के मुताबिक कर्ज अदायगी में भारतीय परिवार अपनी सैलरी के 4 फीसद हिस्से को खर्च करते हैं और क्रेडिट कार्ड के बिल के भुगतान में 2 फीसद हिस्सा खपता है.
मनी9 का सर्वे यह भी बताता है कि भारतीय परिवार अपनी मासिक सैलरी में कुछ हिस्सा बचाते भी हैं, सर्वे के मुताबिक सारे खर्चों को निपटाने के बाद सैलरी का करीब 18 फीसद हिस्सा बच जाता है, जिसका इस्तेमाल बचत और निवेश के लिए होता है.
मनी9 का यह सर्वे अगस्त से नवंबर के दौरान देश के 20 राज्यों के 115 से ज्यादा जिलों में हुआ है, सर्वे को 10 अलग-अलग भाषाओं में किया गया है इसमें देश के 1140 गांव या शहरी वार्ड शामिल हैं.