देश में लगभग आधे भारतीय ऐसे हैं जो इनकम टैक्स नहीं देना चाहते और लगभग एक चौथाई ही हैं जो टैक्स भरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. भारतीय परिवारों पर किए गए मनी9 के पर्सनल फाइनेंस सर्वे से यह जानकारी निकलकर सामने आई है. देश के 20 राज्यों के 115 जिलों में 35 हजार से ज्यादा परिवारों पर किए गए इस सर्वे से पता चला है कि 47 फीसद भारतीय इनकम टैक्स नहीं भरना चाहते.
सर्वे के मुताबिक सिर्फ 24 फीसद भारतीय ही टैक्स देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, हालांकि 29 फीसद भारतीय ऐसे भी हैं जो टैक्स तो भरना चाहते हैं लेकिन एक निश्चित सीमा तक ही. सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक लगभग आधे भारतीय ऐसे हैं जो टैक्स की दर बहुत कम चाते हैं.
सर्वे बताता है कि 49 फीसद भारतीय परिवार ऐसे हैं जो इनकम टैक्स की दर सिर्फ 5 फीसद चाहते हैं, 37 फीसद परिवार इनकम टैक्स की दर 10 फीसत चाहते हैं और 9 फीसद परिवार ऐसे हैं जो 15 फीसद तक इनकम टैक्स देने को तैयार हैं. सिर्प 4 फीसद परिवार ऐसे हैं जो 20 फीसद तक इनकम टैक्स देने के लिए राजी हैं और महज 1 फीसद ही परिवार ऐसे हैं जो 20 फीसद से ज्यादा टैक्स देने के लिए तैयार हैं. देश में इनकम टैक्स की अधिकतम दर 30 फीसद है.
सरकार की तरफ से हाल ही में संसद को बताया गया था कि वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान 7.40 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया है लेकिन उसमें 5.16 करोड से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिनकी इनकम टैक्स देनदारी शून्य थी. सिर्फ 2.24 करोड़ लोगों ने ही टैक्स भरा है.
मनी9 का यह पर्सनल फाइनेंस सर्वे अगस्त से नवंबर के दौरान देश के 20 राज्यों के 115 से ज्यादा जिलों में हुआ है, सर्वे को 10 अलग-अलग भाषाओं में किया गया है इसमें देश के 1140 गांव या शहरी वार्ड शामिल हैं. यह सर्वे भारतीयों की कमाई, खर्च, बचत और निवेश की पूरी जानकारी देता है.