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Mutual Funds: फंड में निवेश कर भूल जाना समझदारी नहीं क्योंकि आप फिर तय नहीं कर पाएंगे कि आपका चुना फंड बाकियों से बेहतर है या नहीं
Retirement Mutual Funds: अक्सर रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स के कई वेरिएंट आते हैं, इनमें इक्विटी और डेट दोनों ऐसेट क्लास में ऐलोकेशन के मुताबिक वेरिएंट तय होते हैं.
जैसे SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते है, वैसे ही स्टेप-अप SIP के जरिए आप निवेश की अमाउंट में निर्धारित समय के बाद इजाफा करते हैं.
ETF or Index Funds: लांग-टर्म निवेश के लिए दोनों अच्छे और सस्ते विकल्प हैं, लेकिन ये सुनश्चित करना होगा कि फायदा मिल रहा है या नहीं.
निफ्टी 50 में कंपनियों का वेटेज मार्केट-कैप के आधार पर होता है, वहीं इस Nifty 50 Equal Weight Index Fund में उनका वेटेज इक्वल है.
BSE के स्टार म्यूचुअल फंड प्लेटफॉर्म पर मई में 6.88 लाख नई SIP के जरिए 164.47 करोड़ रुपये का निवेश आया है. प्लेटफॉर्म ने मई 2021 में 1.14 करोड़ ट्रांजैक्शन कर रिकॉर्ड बनाया है.
यदि आप उतार-चढ़ाव के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं तो सबसे उच्च रेटिंग वाले डेट फंड्स (Debt Fund) में निवेश को तरजीह दें.
Flexi Cap Fund: यह कैटेगरी अपने फंड चुनने के लिए स्वतंत्र या फ्लैक्सिबल रहती है. ये एक ओपन एंडेड डायनेमिक इक्विटी स्कीम है.
Mutual Fund: पैसों की जरूरत है तो क्या म्यूचुअल फंड में किए निवेश पर लोन लेना बेहतर है या फंड से पैसा निकालना?
मोबाइल वॉलेट्स भी म्यूचुअल फंड (mutual fund) में निवेश की सुविधा देते हैं. यहां तक कि आप वॉट्सऐप के जरिए भी इनमें निवेश कर सकते हैं.