SIP यानी सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान के नाम से ज्यादातर लोग वाकिफ हैं और म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश करना सबसे बेस्ट ऑप्शन माना जाता है. SIP से आप अलग–अलग फाइनेंशियल लक्ष्यों को एक लंबे समय बाद पूरा कर सकते हैं, वहीं अधिक राशि हासिल करने के लिए या लक्ष्यों को जल्दी हासिल करने के लिए आप स्टेप–अप SIP अपना सकते हैं.
स्टेप–अप SIP क्या है?
जैसे सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते है, वैसे ही स्टेप–अप SIP के जरिए आप निवेश की अमाउंट में निर्धारित समय के बाद इजाफा करते हैं.
इजाफे की रकम पर्सेंटेज या अमाउंट के हिसाब से तय कर सकते है. यानी यदि आप 5,000 रुपये की SIP कर रहे हैं और उसमें हर साल 5% इजाफा करना चाहते हैं तो अगले साल से आपकी SIP अमाउंट 5,250 रुपये हो जाएगी और उसके बाद वर्ष में 5,500 रुपये हो जाएगी.
SIP और स्टेप–अप SIP को दो उदाहरण के साथ समझते हैं.
केस A
मान लीजिए आपने म्यूचुअल फंड में हर महीने 30,000 रुपये की SIP के जरिए 10 साल तक निवेश का लक्ष्य तय किया है. हम सालाना 12.5 फीसदी रिटर्न (क्योंकि निफ्टी 500 TRI का पिछले 10 साल का एवरेज रोलिंग रिटर्न 15% रहा है) मान लेते हैं, इस हिसाब से 10 साल बाद आपका निवेश 36,00,000 रुपये और रिटर्न 35,81,440 रुपये होगा. आप निवेश और रिटर्न से कुल 71,81,440 रुपये का फंड जुटा पाएंगे.
केस B
स्टेप–अप SIP को अपनाते हुए आप 30,000 रुपये से शुरुआत करने के साथ इसमें हर साल 10 फीसदी इजाफा करते हैं, यानी कि एक साल बाद आप हर महिने 33,000 रुपये, फिर एक साल बाद 36,000 रुपये और ऐसे ही 10 साल तक निवेश करते है. 10 साल बाद आपका निवेश 52,20,000 रुपये होगा और 12.5% के हिसाब से 44,74,831 रुपये रिटर्न मिलेगा. यानी निवेश में हर साल 10 फीसदी इजाफा करने से आप कुल 96,94,831 रुपये की रकम इकट्ठा कर पाएंगे.
होगा बड़ा फायदा
दोनों उदाहरण की तुलना करने से मालुम पड़ता है कि SIP में हर महीने 10% इजाफा करने से आपको 35% ज्यादा यानी राशि (96,94,831 रुपये – 71,81,440 रुपये = 25,13,391 रुपये) मिलेगी. हर साल सिर्फ 10% इजाफा करने से 10 साल बाद आप 35% ज्यादा बचत कर सकते हैं.
कितनी बढ़ोतरी करनी चाहिए
यदि हमारे पास शुरुआती दौर में ज्यादा अमाउंट नहीं होता है फिर भी छोटी रकम से निवेश शुरू करके बाद में उसे बढ़ा सकते हैं. स्टेप–अप मेथड से आपको निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी.
सर्टिफाईड फाइनेंशियल प्लानर विशाल शाह बताते हैं, “यदि आपकी आय बढ़ रही है तो आपको निवेश भी बढ़ाना चाहिए. आपको निर्धारित समय के बाद पोर्टफोलियो का रिव्यू करना जरूरी है. वैसे तो स्टेप–अप ट्रिक का थंब रूल नहीं है, लेकिन आप कम से कम 5% इजाफा कर सकते हैं. आपके खर्चे, आपकी एसेट्स, इनकम ग्रोथ रेट, आपकी रिस्क–कैपेसिटी जैसे फैक्टर को देखने के बाद निवेश में बढ़ोतरी की अमाउंट तय कर सकते हैं.”
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