• English
  • বাংলা
  • తెలుగు
  • मराठी
  • ಕನ್ನಡ
  • ગુજરાતી
  • money9
  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • इन्वेस्टमेंट
  • आईपीओ
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Breaking Briefs
downloadDownload The App
Close
  • Home
  • Videos
  • Podcast
  • Exclusive
  • टैक्स
  • म्यूचुअल फंड
  • बचत
  • कर्ज
  • म्यूचुअल फंड
  • स्टॉक
  • प्रॉपर्टी
  • कमोडिटी
    • गोल्ड
    • कृषि
    • एनर्जी
    • मेटल्स
  • Survey 2023
  • Survey Report
  • Breaking Briefs
  • बीमा
  • बचत
  • लोन
  • इन्वेस्टमेंट
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • Exclusive
  • आईपीओ
  • Home / म्यूचुअल फंड

ETF और Index Funds में निवेश को लेकर है उलझन? जानें दोनों में अंतर

ETF or Index Funds: लांग-टर्म निवेश के लिए दोनों अच्छे और सस्ते विकल्प हैं, लेकिन ये सुनश्चित करना होगा कि फायदा मिल रहा है या नहीं.

  • Team Money9
  • Last Updated : June 2, 2021, 19:39 IST
  • Follow

ETF or Index Funds: अगर आपको शेयर मार्केट की नॉलेज नहीं है, कंपनियों के बारे में भी आप कुछ नहीं जानते, तो म्यूच्युअल फंड के जरिए मार्केट में निवेश कर सकते है, लेकिन यहां पर भी आपके सामने दो विकल्प हैं.

एक्टिव्ली मैनेज्ड फंड और पैसिव्ली मैनेज्ड फंड. यदि आप सस्ते विकल्प को पसंद करना चाहते हैं, तो पैसिव फंड पसंद कर सकते हैं, लेकिन यहां पर भी आपको दो विकल्प में से किसी एक को चुनना होगा.

इंडेक्स फंड या एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF or Index Funds).एक्सपर्ट के मुताबिक, लांग-टर्म निवेश के लिए ईटीएफ और इंडेक्स फंड अच्छे और सस्ते विकल्प हैं, लेकिन आपको ये सुनश्चित करना होगा कि सस्ते विकल्प का फायदा मिल रहा है या नहीं.

ETF क्‍या है?

एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) शेयर बाजार में लिस्‍ट और ट्रेड होने वाले फंड हैं. फंड हाउस द्वारा इन्‍हें लॉन्च किए जाते हैं. ऐसे फंड की यूनिट़स शेयर बाजार पर लिस्‍ट होती हैं. फिर इन्‍हें वहां से खरीदा और बेचा जा सकता है.

इंडेक्स फंड क्या है?

ऐसे फंड किसी एक इंडेक्स को ट्रैक करते हैं और उसकी मिरर-ईमेज जैसा प्रदर्शन करने का प्रयास करते हैं.

किसी इंडेक्स में सभी कंपनियों का जितना वेटेज होता है, स्कीम में उसी रेश्यो में उनके शेयर खरीदे जाते हैं. अभी सेंसेक्स और निफ्टी इंडेक्‍स के ही 30 से ज्यादा इंडेक्स फंड हैं.

एक्सपर्ट की रायः

ग्रो योर वेल्थ के फाउंडर अभिजीत शाह बताते हैं, “निवेशक का फोकस फंड हाउस कितना रिटर्न देता है, उसके ऊपर होना चाहिए.

नेगेटिव पॉइंट्स के बावजूद आपका फंड आल्फा जनरेट करता है या नहीं वो देखना चाहिए.” फंड को पसंद करने से पहले नीचे बताए गए पॉइंट्स ध्यान में रखने चाहिए.

ट्रैकिंग ऐरर ध्यान में रखना चाहिए

ट्रैकिंग ऐरर से पता चलता है कि, फंड जो इंडेक्स को ट्रैक कर रहा है, उसके मुकाबले में कितनी सफलता हासिल हुई है.

इंडेक्स फंड और एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड को पसंद करने से पहले उसका ट्रैकिंग ऐरर ध्यान में रखना चाहिए. जिसका ट्रैकिंग ऐरर सबसे कम हो, उसे पसंद करें.

एक्सपेंस रेशियो कम होता है

म्यूच्युअल फंड के मुकाबले एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड का एक्स्पेंस रेशियो कम होता है और ट्रैकिंग ऐरर भी कम होती है.

इसलिए एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड में नेट रिटर्न ज्यादा मिलने की संभावना बढ़ जाती है. इंडेक्स फंड का एक्स्पेंस रेशियो 0.75% से 1.5% तक का है, वहीं एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड का ये रेशियो 0.1% से 0.5% के बीच होता है.

लेकिन ETFs में ब्रोकरेज के अलावा स्प्रेड भी चुकाना पड़ता है, जिसके कारण कम एक्स्पेंस रेशियो होने के बावजूद आपके रिटर्न पर प्रभाव पड़ता है.

ब्रोकरेज चार्ज को देख कर निर्णय नहीं लें

एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड में निवेश करते वक्त, रिटेल निवेशकों को ब्रोकरेज चार्ज को देख कर निर्णय नहीं लेना चाहिए.

ब्रोकर कितना बाय-सेल ब्रोकरेज लेता है और उसमें कितना स्प्रेड जोड़ता है, वो भी देखना जरूरी है. निवेशक आम तौर पर इंडेक्स फंड के मुकाबले ETFs में ज्यादा चार्ज चुकाते है.

लिक्विडिटी की समस्या परेशान कर सकती है

एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड का नेगेटिव पॉइंट लिक्विडिटी है. आप जब एक्‍सचेंज ट्रेडेड फंड बेचने जाए, तब एक्सचेंज पर बायर होना आवश्यक है.

ऐसा नहीं हो तो लिक्विडिटी की समस्या परेशान कर सकती है. ऐसे हालात में निवेशक को NAV से कम दामों में बेचना या ज्यादा भाव पर खरीदना पड़ता है.

निवेशक क्या करेंः

जो निवेशक कंजर्वेटिव हैं और बाजार का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, उन्हें ईटीएफ में पैसा लगाना चाहिए.

यदि आपको मार्केट के बारे में कुछ पता नहीं, आपने डिमेट अकाउंट भी नहीं खुलवाया है, तो आपके लिए इंडेक्स फंड सही विकल्प है.

इंडेक्स फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर है जो रिस्क कैलकुलेट कर चलना चाहते हैं, भले ही उन्हें थोड़ा कम रिटर्न मिले.

Published - June 2, 2021, 07:39 IST

पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।    

Related

  • इस फंड ने 1 लाख रुपये को 21 साल में बनाया 11 लाख से ज्यादा, इन एसेट्स में करता है निवेश
  • कारोबार को बढ़ाने की तैयारी में LIC म्यूचुअल फंड, बनाया ये प्‍लान
  • एक्सिस कमर्शियल रियल एस्टेट फंड ने चेन्नई के फिनटेक सिटी में किया पहला निवेश
  • NFO Alert: निप्‍पॉन इंडिया MF लॉन्‍च कर रही है नया पैसिव फंड, 21 अगस्‍त से कर सकते हैं निवेश
  • दो महीने की रिकॉर्ड तेजी के बाद धड़ाम हुए इक्विटी MF, इस फंड में बढ़ी निवेशकों की दिलचस्‍पी
  • फ्रंट रनिंग और भेदिया कारोबार पर लगेगा अंकुश, सेबी ने नियमों में किया बदलाव

Latest

  • 1. फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम
  • 2. पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 3. 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • 4. Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • 5. Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • Trending Stories

  • फटाफट खरीद लो iPhone, बढ़ने वाले हैं दाम!
  • पैन-आधार नहीं हैं लिंक्ड?
  • 10 साल से व‍िजय केड‍िया के पास ये शेयर
  • Vi को मिलेगी सरकार से बड़ी राहत?
  • Nifty50 का ह‍िस्‍सा बनेगी Indigo
  • TV9 Sites

  • TV9 Hindi
  • TV9 Marathi
  • TV9 Gujarati
  • TV9 Kannada
  • TV9 Bangla
  • TV9 English
  • News9 Live
  • Trends9
  • Tv9tamilnews
  • Assamtv9
  • Malayalamtv9
  • Money9 Sites

  • Money9 Hindi
  • Money9 English
  • Money9 Marathi
  • Money9 Telugu
  • Money9 Gujarati
  • Money9 Kannada
  • Money9 Bangla
  • Money9live
  • Topics

  • बीमा
  • बचत
  • कर्ज
  • शेयर
  • म्यूचुअल फंड
  • प्रॉपर्टी
  • टैक्स
  • क्रिप्टो
  • एक्सक्लूसिव
  • survey data
  • Download App

  • play_store
  • App_store
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise With Us
  • Privacy & Cookies Notice
  • Complaint Redressal
  • Copyright © 2025 Money9. All rights reserved.
  • Facebook
  • Twitter
  • Whatsapp
  • LinkedIn
  • Telegram
close