वीडियो गेम्स की बढ़ती लोकप्रियता के साथ ही गेम्स की परिभाषा भी अब शारीरिक ताकत से शिफ्ट होकर मानसिक ताकत पर आ गई है. युवाओं में वीडियो गेम्स जबरदस्त पॉपुलर हैं और इस वजह से इनका आउटलुक काफी मजबूत है. माना जा रहा है कि अगले दो साल में भारत में गेमिंग इंडस्ट्री 31% सालाना की रफ्तार से बढ़ेगी. पेड यूजर्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए गेमिंग सेक्टर में मौजूद लिस्टिंग कंपनियों में निवेश एक अच्छा दांव साबित हो सकता है.
हाल में लिस्ट हुई कंपनी नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technoogies) को लेकर एनालिस्ट्स काफी बुलिश हैं. एनालिस्ट्स ने इसमें 50% तेजी की उम्मीद जाहिर की है. नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technoogies) के शेयर 1,101 रुपये के इश्यू प्राइस से 49 फीसदी उछलकर 2 जून को 1,635.60 रुपये पर पहुंच चुके हैं.
खास बात ये है कि इस कंपनी में 31 मार्च को दिग्गज इनवेस्टर राकेश झुनझुनवाला की 10.82% हिस्सेदारी थी.
ब्रोकरेज फर्म दौलत कैपिटल ने नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technoogies) को बाय रेटिंग दी है और इसके लिए 2,400 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है. दूसरी ओर, स्पार्क कैपिटल ने 2,230 रुपये के प्राइस टारगेट के साथ कंपनी की कवरेज शुरू की है.
गेमिंग इंडस्ट्री में क्या चल रहा है ट्रेंड?
मार्केट पर नजर रखने वालों का मानना है कि ऑनलाइन गेमिंग भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का एक बड़ा हिस्सा बन गई है. मीडियम टर्म में गेमिंग इंडस्ट्री पर होने वाले खर्च की ओवरऑल एंटरटेनमेंट खर्च में हिस्सेदारी और बढ़ेगी.
थियेटर में मूवी देखने पर खर्च और टेलीविजन सब्सक्रिप्शन को लेकर 1965-1980 के दौर और 1981-1996 की पीढ़ी में काफी उत्साह देखा जाता है.
दूसरी ओर, 1997 से 2015 के बीच की पीढ़ी अगले 10 साल में ऑनलाइन गेमिंग पर खर्च को आगे बढ़ाने वाली साबित होगी. इस पीढ़ी के लिए एंटरटेनमेंट का सबसे बड़ा जरिया गेमिंग ही है.
स्पार्क कैपिटल ने कहा है,”मोटी कमाई वाला गेमिंग सेगमेंट ट्रांजैक्शन आधारित गेम्स वाला है. भारत में कानूनी दिक्कतों के बावजूद ट्रांजैक्शंस बेस्ड गेमिंग की हिस्सेदारी ऑनलाइन गेमिंग मार्केट में बढ़कर 82 फीसदी पर पहुंच गई है.”
क्या आपको ये स्टॉक लेना चाहिए?
1999 में नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technoogies) की नींव रखी गई थी. उसके बाद से इसमें कई बदलाव हुए हैं. साथ ही गेमिंग इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के साथ ही कंपनी ने अपने बिजनेस मॉडल में भी बदलाव किए हैं.
स्पार्क कैपिटल ने एक रिपोर्ट में कहा है, “गेमिंग इंडस्ट्री में आई क्रांति तकनीक के एडवांस होने के साथ और रफ्तार पकड़ेगी. नजारा का कारोबारी मॉडल जबरदस्त है और गेमिंग इंडस्ट्री में बदलाव के साथ इसमें भी बदलाव हो सकता है.”
दौलत कैपिटल ने कहा है कि भारत में वित्त वर्ष 2024-25 तक 13 करोड़ मिड-हार्डकोर गेमर्स होने की उम्मीद है. नजारा टेक्नोलॉजीज (Nazara Technoogies) कम जोखिम के साथ गेमिंग इंडस्ट्री में तेजी का फायदा उठाने का मौका दे रही है.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।