Logistic share: जीएसटी और ई-वे बिल जैसे बदलावों की शुरुआत के साथ, पिछले कुछ वर्षों में लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में भारी बदलाव आया है. जीएसटी के माध्यम से स्टेट-लेवल टैक्सेशन को समाप्त करने के साथ, इंडस्ट्री कंसोलिडेशन और एफिशिएंसी की ओर बढ़ रही है. डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर को सपोर्ट के साथ कनेक्टिविटी में सुधार करता है और तेजी से बदलाव लाता है. इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स की परसेप्शन में बदलाव परिवहन और वेयरहाउसिंग से कहीं ज्यादा है, वास्तव में यह बदलाव एक स्पेशलाइज्ड फंक्शन के रूप में है. यहां तक कि बढ़ती उपभोक्ता मांगें, जहां डिलीवरी की गति अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस सेक्टर में टेक(tech)-ड्रिवेन ऑपरेटरों का विकास, जो तेजी से बाजार की हिस्सेदारी पर कब्जा कर रहे हैं और साथ ही लॉजिस्टिक्स सेक्टर में बदलाव ला रहे हैं.
मोतीलाल ओसवाल के आलोक देवड़ा के मुताबिक लॉजिस्टिक्स बाजार, जिसकी कीमत 250 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, इस सेक्टर की मांग में तेजी के साथ 10-12% सीएजीआर (कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) की दर से बढ़ने की उम्मीद है.
असंगठित सेक्टर से संगठित सेक्टर में बदलाव (वर्तमान में 90%) इस ग्रोथ का एक अतिरिक्त कारण है.जिससे वैल्यू-एडेड सेवाओं की मांग बढ़ रही है.
ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि 3PL (थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स) सेगमेंट में मजबूत पिक-अप देखने को मिलेगा, क्योंकि ज्यादातर कंपनियां अपने लॉजिस्टिक्स के एक बड़े हिस्से को 3PL ऑपरेटरों को आउटसोर्स करती हैं.
एक्सप्रेस कार्गो को मैन्युफैक्चरिंग में तेजी और ई-कॉमर्स में एक्सपोनेंशियल ग्रोथ से फायदा होगा. हमें उम्मीद है कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के चालू होने से रेल कंटेनर ऑपरेटरों को फायदा मिलेगा.
इसका हवाला देते हुए ब्रोकरेज फर्म निम्नलिखित शेयरों पर खरीदारी करने की राय दे रहे हैं.
टीसीआई एक्सप्रेस, एक्सप्रेस इंडस्ट्री में एक मजबूत स्थिति, बी2बी (बिज़नेस से बिज़नेस) ग्राहकों से उच्च योगदान और बढ़ते एसएमई सेक्टर पर ध्यान केंद्रित करने के साथ बेहतर कंपनियों में से एक है.
मोतीलाल ओसवाल को उम्मीद है कि कंपनी FY21-24E के दौरान क्रमशः 19%/26%/24% के रेवेन्यू/EBITDA(एअर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट टैक्स डेप्रिसिएशन एंड अमॉर्टिजेशन)/PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) CAGR (कम्पाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट) हासिल करेगी.
टीसीआई एक लंबी अवधि का खेल है, जो डाइवर्सिफाइड क्लाइंट बेस द्वारा समर्थित है, रोड फ्रेट डिवीजन में ट्रक लोड से कम (एलटीएल) व्यवसाय में हाई मार्जिन की हिस्सेदारी में सुधार और उच्च विकास 3PL में मजबूत उपस्थिति को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि कंपनी फाइनेंशियल ईयर FY21-24E के दौरान क्रमशः 17% / 21% / 26% के रेवेन्यू/EBITDA / PAT सीएजीआर हासिल करेगी.
अगले कुछ वर्षों में एलटीएल सेगमेंट से मजबूत मांग (जीएसटी और ई-वे बिल जैसे सुधारों से प्रेरित) के परिणामस्वरूप फाइनेंशियल ईयर FY21-24E के दौरान कंपनी का रेवेन्यू 16% सीएजीआर होगा.
साथ ही यह बदले में बेहतर मार्जिन प्रोफाइल को जारी रखने में सहायता करेगा. जिससे 15% का EBITDA CAGR होगा. इसके अलावा लो ग्रोथ डेप्रिसिएशन की आवश्यकता के कारण मूल्यह्रास में कम वृद्धि के साथ मोतीलाल ओसवाल को फाइनेंशियल ईयर FY21-24E के दौरान PAT सीएजीआर के 17% रहने की उम्मीद है.
कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया रेल फ्रेट लॉजिस्टिक्स में निर्विवाद रूप से मार्केट लीडर है, जो डीएफसी के चालू होने से हाई मार्जिन और वॉल्यूम होने के कारण लाभान्वित होता दिख रहा है.
ब्रोकरेज हाउस को उम्मीद है कि कंपनी FY21-24E की तुलना में क्रमशः 22% / 37% / 44% के रेवेन्यू / EBITDA / PAT CAGR को हासिल करेगी.
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