अमेरिका सरकार की प्रतिभूतियों में भारत का निवेश जून में समाप्त तिमाही के दौरान 20 अरब डॉलर से ज्यादा बढ़कर 220.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने के बीच अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत का निवेश बढ़ रहा है.
पिछले साल जून की तुलना में अमेरिकी ट्रेजरी प्रतिभूतियों में भारत के निवेश में करीब 40 अरब डॉलर का उछाल आया है. पिछले साल जून के समय कोरोना वायरस महामारी की वजह से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई थीं.
अमेरिकी वित्त विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, इस साल जून के अंत तक अमेरिकी प्रतिभूतियों में निवेश के मामले में भारत 11वें स्थान पर था. वहीं जापान 1,277 अरब डॉलर के निवेश के साथ पहले स्थान पर था.
अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत मार्च से अपना निवेश लगातार बढ़ा रहा है. मार्च अंत में यह 200 अरब डॉलर था. अप्रैल में यह बढ़कर 208.7 अरब डॉलर और मई के अंत में बढ़कर 215.8 अरब डॉलर हो गया. फरवरी में भारत का निवेश 204.4 अरब डॉलर था, जो जनवरी के 211.6 अरब डॉलर से काफी कम है. जून, 2020 के अंत तक अमेरिकी प्रतिभूतियों में भारत का निवेश 182.7 अरब डॉलर था.
13 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 619.365 अरब डॉलर पर था. इससे पिछले सप्ताह में यह 621.464 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था.