Stock Market: निवेशकों के लिए ऐसी कंपनियां मददगार रही हैं जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से शेयर बाजार में उनका भरोसा जमाया है. कुछ कंपनियों ने सिर्फ 10,000 रुपये के निवेश को भी बड़े वेल्थ में तब्दील किया है. कही-सुनी पर भरोसा ना करते हुए निवेशकों को चाहिए कि अच्छी क्वालिटी की कंपनियां चुनें और धीरज रखें.
बालकृष्ण इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, जेएसडब्ल्यू स्टील, यूपीएल, रेलैक्सो फुटवेयर, हैवेल्स इंडिया, सिंफनी नेस्को और आयशर मोटर्स ने पिछले 21 सालों में निवेशकों को 50,000 फीसदी का रिटर्न कमाकर दिया है. वहीं इससे बड़ी कंपनियों जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक ने भी 3,000 से 9,000 फीसदी तक के रिटर्न दिए हैं. BSE 500 की 50 कंपनियों ने इस सेंचुरी में 10,000 फीसदी से ज्यादा के रिटर्न दिए हैं.
इन दिग्गजों के बेहतरीन प्रदर्शन के पीछे बिक्री के साथ ही मुनाफे में भी वृद्धि वजह है. मसलन, बालकृष्ण इंडस्ट्रीज का मुनाफा वित्त वर्ष 2011 के 194.53 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2021 में 1,177.53 करोड़ रुपये हो गया – यानी, सालाना आधार पर 20 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है. वहीं, दूसरी ओर कंपनी की बिक्री पिछले 10 साल में 2,081 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,783 करोड़ रुपये हो गई है. ऐसे ही पिछले 10 साल में आयशर मोटर्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 15 फीसदी और 10 फीसदी सालाना आधार पर बढ़ा है.
भारत के कॉरपोरेट दुनिया की ग्रोथ का अंदाजा बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स की तेजी के साथ ही लगाया जा सकता है. सेंसेक्स साल 2000 से 10 गुना बढ़कर 52,925 के स्तर पर पहुंच गया है. उम्मीद है कि इंडेक्स 2030 तक 1,50,000 का स्तर भी पार कर लेगा. अर्थव्यवस्था में बढ़त, निवेशकों का बढ़ता रुझान और कंज्यूरम स्पेंडिंग बढ़ने से इक्विटी पर भी भरोसा जमा है.
हाल के दिनों में इस बुल मार्केट में भी कुछ मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों की लिस्टिंग हुई है. जो कॉरपोरेट बड़ा बनना चाहते हैं वो सफल कंपनियों से प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ें ताकि निवेशकों को भी फायदा हो.