चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के माध्यम से जुटाया गया फंड सालाना आधार पर 26 फीसद घटकर 26,300 करोड़ रुपए रहा. हालांकि, इस दौरान निर्गमों की संख्या दोगुनी से अधिक होकर 31 हो गई है. प्राइम डाटाबेस के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में 14 IPO के जरिये 35,456 करोड़ रुपए जुटाए गए थे.
हालांकि, मई 2022 में एलआईसी के IPO को छोड़ दें तो इस साल कोष जुटाने के मामले में सालाना आधार पर 76 फीसद का उछाल आया. पोर्टल के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया के अनुसार, अप्रैल से सितंबर तक शेयर, बॉन्ड आदि के जरिये कोष संग्रह 69 फीसद बढ़कर 73,747 करोड़ रुपए हो गया, जो बीते वित्त वर्ष की पहली छमाही में 43,694 करोड़ रुपए था.
उन्होंने कहा कि इसमें लघु एवं मध्यम उद्यम (एसएमई)निर्गम मंचों, बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट), रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट), बिक्री पेशकश (ओएफएस), पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) और सार्वजनिक बॉन्ड जारी करने के माध्यम से जुटाया गया धन शामिल है.
एसएमई निर्गमों के जरिये चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 29,032 करोड़ रुपए जुटाए गए जो बीते वित्त वर्ष की पहली छमाही में 36,594 करोड़ रुपए था. बिक्री पेशकश (इनविट और रीट समेत) के तहत चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 1,446 करोड़ रुपए जुटाए गए जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में 15,541 करोड़ रुपए जुटाए गए थे. क्यूआईपी के माध्यम से अप्रैल-सितंबर, 2023 में 5,238 करोड़ रुपए जुटाए गए जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इस माध्यम से 20,748 करोड़ रुपए जुटाए गए थे.