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म्यूचुअल फंड निवेश में आपको स्कीम सिलेक्शन, मोनीटरिंग, एसेट अलोकेशन, स्विचिंग, रिव्यू और रि-बैलेंसिंग जैसे पहलू पर फोकस करना जरूरी है.
निश्चित जमा पूंजी लगाने के बाद हर महीने एक फिक्स इनकम प्राप्त होती है. यह फिक्स इनकम जमा पूंजी पर तय ब्याज के हिसाब से मिलती है.
Solution Oriented Mutual Fund: ये म्यूचुअल फंड्स की एक कैटेगरी है. इन फंड्स को रिटायरमेंट प्लानिंग, शिक्षा आदि के लिए डिजाइन किया जाता है.
Credit Rating: निवेशक को केवल अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाले प्रोडक्ट में ही निवेश करने पर ही फोकस रखना चाहिए, फिर भले थोड़ा कम रिटर्न मिले.
Mid Or Small Cap: उम्मीद से बेहतर मांग के चलते ख़ास तौर पर स्मॉल-कैप सेगमेंट में कमाई में सुधार की उम्मीद से बाजार में तेजी आई है.
Fund Of Funds: जिन निवेशकों की निवेश सीमा पांच साल या उससे अधिक है, वे इस फंड में निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं.
ANAROCK प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स के आंकड़ों से पता चलता है कि दूसरी लहर धीमी पड़ने के साथ रियल एस्टेट (Real estate) की बिक्री में वृद्धि हुई है.
Probate: प्रॉबेट औऱ कुछ नहीं बल्कि वसीयत का अमलीकरण है. आप दो गवाहों के जरिए प्रॉबेट करवा सकते हैं. प्रॉबेट कराने की प्रक्रिया जटिल है
Mutual Funds: आप एसेट मैनेजमेंट कंपनी, एग्रीगेटर, म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर, रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एड्वाइजर के जरिए निवेश कर सकते हैं.
फाइनेंशियल फ्रीडम आपको मानसिक स्टेबिलिटी देती है. एक बार जब आपके डेट और एक्सपेंस बढ़ने लगते हैं, तो स्टेबिलिटी सपने की तरह लगने लगती है.