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पोर्टफोलियो आपकी निवेश की गइ एमाउंट है जो आपने अलग-अलग एसेट क्लास जैसे इक्विटी, डेट, प्रोपर्टी या गोल्ड में इंवेस्ट की हुइ है.
सुमंगल योजना (Gram Sumangal Gramin Yojna) दो अवधियों 15 वर्ष और 20 वर्षों के लिए उपलब्ध है.
फंड ओफ फंड्स ने 5 साल में 12% से ज्यादा और पिछले 1 साल में 40% से भी ज्यादा रिटर्न दिया है, तो क्या आपको ऐसे फंड में निवेश करना चाहिए?
FD: ICICI बैंक ने FD पर ब्याज दरों में 15 से 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है, वहीं IDBI बैंक ने इसे 5 से 10 आधार अंकों तक बढ़ाया है.
Savings bank Account: बैंकों में 5 लाख रुपये तक जमा रकम का डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन योजना के तहत बीमा किया जाता है
हम भूल रहे हैं कि पैसों को आसानी से बढ़ाया जा सकता है. क्योंकि यह 17 से 18 साल का लॉन्ग टर्म गोल है जिसमें एक रकम को काफी बढ़ा किया जा सकता है.
Tax: विदेशी शेयरों पर इंडेक्सेशन के लाभ के साथ 20% LTCG टैक्स लगता है. टैक्स के साथ आपको 4% हेल्थ और एजुकेशन सेस भी चुकाना होगा.
ELSS: ज्यादातर टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड इक्विटी-लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) प्लान होते हैं जो ग्रोथ स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं.
Liquid Fund: अच्छे लिक्विड फंड को चुनने के लिए क्रेडिट रेटिंग, AUM, एक्स्पेंस रेशियो, लिक्विडिटी जैसे पहलू को ध्यान में लेना चाहिए.
एक म्यूचुअल फंड निवेशक के तौर पर आपभी ये चाहेंगे कि पोर्टफोलियो में भी एसी कलरफुल स्कीम शामिल हों जो आपके जीवन में खुशियों के रंग भर सके.