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Investment Tips: कहीं भी निवेश किया गया आपका पैसे कैसे रिटर्न देगा, यह मुद्रास्फीति और वर्तमान आर्थिक स्थितियों पर निर्भर करता है, न कि बीते रिटर्न पर
इंवेस्टमेंट के सफर में भी कोच यानि रजिस्टर्ड इंवेस्टमेंट एडवाइजर (RIA) को साथ रखने से निवेशक को फायदा होता है.
NPF vs EPF: दोनों स्कीमों में से कौन सी चुनी जाए, इसका फैसला अपनी जोखिम उठाने की क्षमता, पैसों की जरूरत, रिटर्न की उम्मीदों के मुताबिक किया जा सकता है
इसमें फंड का यूनिट होल्डर बाजार के वैल्यूएशन के आधार पर किसी एक स्कीम से दूसरी स्कीम में अपने पैसे को एक समय के बाद ट्रांसफर कर सकता है.
1 साल में इक्विटी बाजारों ने निवेशकों को तगडा रिटर्न दिया है, वहीं गोल्ड ETF में नेगेटिव रिटर्न मिला है, तो क्या गोल्ड ETF से दूर रहना बेहतर होगा.
डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड उन लोगों के लिए हैं जिनकी रिस्क कैपेसिटी कम है और नजरिया लंबे समय का है. ये फंड बेहतर रिटर्न में मदद कर सकते हैं.
80C के तहत, आपकी कुल आय से 1.5 लाख रुपये पर कटौती का दावा किया जा सकता है. 80C के तहत इन्वेस्टमेंट की कुछ संभावनाएं शर्तों के साथ आती हैं.
SGB भारत सरकार की ओर से भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा जारी किये जाते हैं.
इन्वेस्टर्स को फाइनेंशियल ईयर के अंत में ITR फाइल करते समय टैक्स पे करने की बजाए हर तिमाही में कैपिटल गेन पर एडवांस टैक्स पे कर देना चाहिए.
PMSYM योजना में प्रति दिन 1.80 रुपये निवेश कर आप बुढ़ापे में हर महीने 3,000 रुपये और साल में 36,000 रुपये की पेंशन का लाभ ले सकते हैं.