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साल में 1.5 लाख रुपये का टैक्स-बेनिफिट क्लेम कर सकते हैं, वहीं 80D और 10(10D) जैसी दूसरी धारा का उपयोग करके भी आप टैक्स बचा सकते हैं.
cryptocurrencies: क्रिप्टोकरेंसी एक तकनीक का उपयोग करके काम करती है जिसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) कहा जाता है.
लक्ष्य-आधारित प्लानिंग करने से आपको व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों की प्राथमिकता, आवश्यकता और समय सीमा को समझने में मदद मिलती है.
ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए आप एक कानूनी दस्तावेज या एग्रीमेंट तैयार कर सकते हैं जिसमें नियम और शर्तें साफ-साफ लिखी हों.
डेट म्यूचुअल फंड केटेगरी में सिर्फ क्रेडिट रिस्क फंड ने पिछले एक साल में दो अंको में रिटर्न दिया हैं, इसलिए निवेशकों में इसके प्रति आकर्षण बढ सकता हैं
यदि आपकी आमदनी अभी कम है तो उसे बढ़ाने की कोशिश करनी होगी. एक बजट तैयार करें उसके अनुसार ही चलें.
देश का कोई भी व्यक्ति PPF स्कीम का फायदा उठा सकता है. अकाउंट खुलवाने के लिए सालाना कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये सालाना जमा कर सकते हैं.
एसेट के सही आबंटन पर फोकस करें. इसमें निवेशक विभिन्न एसेट क्लास में निवेश करता है. ताकि, किसी एक एसेट में आई गिरावट की भरपाई दूसरे से की जा सके.
इस रणनीति में आपको गुणवत्ता वाले स्टॉक या उच्च रेटिंग वाली म्यूचुअल फंड स्कीम का चयन करना हैं, जो एक मौलिक रूप से मजबूत कंपनी या फंड का प्रतीक है.
डेट-टू-इनकम रेशियो क्या है? ज्यादा हो तो कैसे कम करें? क्या इसका प्रभाव क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है? जानिए सारे सवालों के जवाब