कार इंश्योरेंस हर कार ओनर के लिए काफी मददगार साबित होता है. कार का एक्सीडेंट होने पर आप पर पड़ने वाले फाइनेंशियल बोझ से ये आपको बचता है. हमारे देश में कानून के तहत सार्वजनिक जगहों पर कार चलाने के लिए कार इंश्योरेंस लेना जरूरी है. डेप्रीसिएशन का मतलब है टूट-फूट के कारण आपकी कार और उसके पार्ट्स की कीमत कम होना. क्लेम के मामले में, इंश्योरेंस कंपनी व्हीकल और उसके पार्ट्स की डेप्रीसिएशन वैल्यू के आधार पर मुआवजा देती है. दो चीजें कार के डेप्रीसिएशन की वजह हैं पहली टूट-फूट और दूसरी कार की उम्र. देश के इंश्योरेंस रेगुलेटर IRDAI ने कारों के लिए एक समान डेप्रीसिएशन रेट तय किए हैं.
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, जीरो डेप्रीसिएशन कार इंश्योरेंस एक कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी है, जिसमें जीरो डेप्रीसिएशन कवर होता है. इस तरह के कवर की मदद से आपको क्लेम के समय मैक्सिमम रिम्बर्समेंट मिलता है. लेकिन यह ऐड-ऑन एक पॉलिसी पीरियड में केवल 2 बार तक ही ऑपरेट होता है.
आम तौर पर, जीरो डेप्रीसिएशन पॉलिसी पर इंश्योरेंस प्रीमियम ज्यादा होता है. हालांकि, इसके एडिशनल बेनेफिट भी हैं. क्लेम सेटलमेंट फाइल करते समय डेप्रीसिएशन वैल्यू को कंसीडर नहीं किया जाता है, इस तरह ये पैसे बचाने में मदद करता है. इंश्योर्ड पार्ट्स के संबंध में आपके ज्यादातर क्लेम बिना किसी डेप्रीसिएशन कैलकुलेशन के सेटल किए जाते हैं. यह बेसिक ऑटोमोबाइल इंश्योरेंस कवरेज को ज्यादा वैल्यू प्रदान करता है.
जीरो डेप्रीसिएशन कार इंश्योरेंस पर इन स्थितियों में नहीं दी जाती है छूट. बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कार चलाना जीरो डेप्रीसिएशन इंश्योरेंस में कवर नहीं होता. आमतौर पर यह उन व्हीकल पर लागू नहीं होता जो 5 साल से ज्यादा पुराने हैं. नशे में गाड़ी चलाना कानून के खिलाफ है. यदि कोई शराब के नशे में गाड़ी चलाते हुए मिलता है, तो उसके क्लेम पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा की उसके पास कौन सा इंश्योरेंस है.जीरो डेप्रीसिएशन कवर आपकी कार के मैकेनिकल ब्रेकडाउन और इंजन ऑयल की कॉस्ट को कवर नहीं करता है.