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प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर बढ़ रहे विवादों को देखते हुए एस्टेट प्लानिंग जरूरी करना जरूरी हो गया है. एस्टेट प्लानिंग में लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए Life Insurance कारगर विकल्प है. एस्टेट प्लानिंग में क्या है जीवन बीमा का महत्व? लक्ष्यों को प्राप्त करने में कैसे काम करता है यह विकल्प? इस टूल्स के क्या हैं बड़े फायदे? जुड़िए Money9 के खास शो दूर की सोच से. एस्टेट प्लानिंग से जुड़े सवालों का जवाब देंगे NEXGEN Estate Planning Solutions के फाउंडर डायरेक्टर Dr Deepak Jain-
70 साल से ऊपर के सीनियर सिटीजन अपनी पुरानी हेल्थ बीमा पॉलिसी को जारी रखें या सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) में शामिल हो जाएं? यह एक बड़ा सवाल है. सीनियर सिटीजन हेल्थ कवरेज के लिए कैसे करें प्लानिंग? अपनी हेल्थ पॉलिसी रखें या आयुष्मान योजना का ऑप्शन चुनें? क्या है सही विकल्प? जानने के लिए देखें यह वीडियो-
हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के प्रीमियम कलेक्शन में होगा अब क्या बदलाव? इंश्योरेंस क्लेम के लिए टाइम लिमिट में हुआ क्या बदलाव? IRDAI के नए नियमों से पॉलिसीहोल्डर्स को होगा क्या फायदा? जानने के लिए देखिए Money9 का यह वीडियो।
PhonePe के फीचर के लॉन्च होने से लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद के समय ग्राहकों को आय के प्रमाण यानी इनकम प्रूफ देने की जरूरत नहीं होगी. इस फीचर को लॉन्च करने के पिछे PhonePe का उद्देश्य लाखों भारतीयों के लिए बीमा कवरेज को अधिक आसान और किफायती बनाना है.
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिख कर लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर जीएसटी हटाने की मांग की है
अगर आप अपने माता-पिता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना चाह रहे हैं, तो कुछ ऐसी जरूरी बातें हैं, जिनसे आपको सस्ता हेल्थ इंश्योरेंस मिल सकता है। जानिए सब कुछ इस Podcast में.
क्या हेल्थ इंश्योरेंस लेने के बजाए मेडिकल कॉर्पस बनाना चाहिए? दोनों के क्या हैं नफा-नुकसान? हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर क्या कहता है LocalCircles का सर्वे? जानने के लिए देखें ये वीडियो-
हेल्थ बीमा खरीदने से पहले उसकी शर्तें समझना कितना जरूरी? क्या होता है मोरेटोरियम पीरियड? वेटिंग पीरियड से कितना अलग है मोरेटोरियम पीरियड? कोई बीमा छुपाने पर कब और कैसे रिजेक्ट हो सकता है आपका क्लेम?
हेल्थ बीमा में बदलाव से बीमाधारकों को कैसे होगा फायदा? अब क्लेम लेने में कैसे होगी आसानी? क्लेम रिजेक्शन में कैसे रुकेगी बीमा कंपनियों की मनमानी? बीमा लोकपाल के आदेश पर अमल में देरी होने पर कितना लगेगा जुर्माना?