हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में रिन्यूअल क्यों है अहम?

हेल्थ इंश्योरेंस को खरीदने की तरह ही समय पर उसे रिन्यू कराना भी जरूरी है ताकि प्लान वैलिड रहे. आपको हर साल पॉलिसी को रिन्यू करने की जरूरत होती है.

  • Team Money9
  • Updated Date - November 11, 2021, 05:17 IST
why health renewal is important and what is the loss for not opting it

पॉलिसी रिन्यू करते वक्त किसी को पॉलिसी डिटेल जैसे बीमा राशि, किए गए क्लेम और उनकी संख्या, नो-क्लेम बोनस आदि को चेक करना चाहिए

पॉलिसी रिन्यू करते वक्त किसी को पॉलिसी डिटेल जैसे बीमा राशि, किए गए क्लेम और उनकी संख्या, नो-क्लेम बोनस आदि को चेक करना चाहिए

इसमें कोई शक नहीं कि Health Insurance लोगों की जिंदगी में अहम भूमिका निभाता है. यह किसी भी हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति में आपको और आपके परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षा प्रदान करता है. हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने के जैसे ही तय वक्त पर उसे रिन्यू कराना भी जरूरी है ताकि प्लान वैलिड रहे. आपको हर साल पॉलिसी को रिन्यू कराना होता है. लेकिन, इसके लिए आखिरी मिनट तक इंतजार न करें. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस रिन्यू करते वक्त आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए.

बीमा राशि पर करें विचार

रिन्यूअल कराते समय आप अपनी बीमा राशि की सीमा को बढ़ाने का विकल्प चुन सकते हैं. बढ़ती हुई मेडिकल जरूरत के कारण यह हो सकता है कि शुरुआत में आपके द्वारा चुनी गई बीमा राशि आने वाले वर्षों के लिए नाकाफी हो जाए. इसलिए इंश्योरेंस रिन्यू कराते वक्त इस बात पर जरूर सोचना चाहिए कि कहीं आपको अपनी बीमा राशि की सीमा बढ़ानी तो नहीं है.

टॉप अप प्लान

इंश्योरेंस बेनिफिट को बढ़ाने में टॉप-अप खास भूमिका निभाते हैं. अगर आपको लगता है कि आपकी मौजूदा हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर्याप्त नहीं है तो आप पॉलिसी रिन्यू करते वक्त प्लान को टॉप-अप करने का विकल्प चुन सकते हैं.

नियम और शर्तें

कंपनी की पॉलिसी या रेगुलेटरी नॉर्म्स में बदलाव के कारण इंश्योरेंस के नियम और शर्तों में समय-समय पर बदलाव हो सकता है. इसलिए, पॉलिसी रिन्यू करते वक्त किसी को पॉलिसी डिटेल जैसे बीमा राशि, किए गए क्लेम और उनकी संख्या, नो-क्लेम बोनस आदि को चेक करना चाहिए.

आवश्यकताओं की समीक्षा

एक मेडिकल इंश्योरेंस रिन्यूअल आपके हेल्थ और दूसरे इंश्योर्ड सदस्यों की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने का एक अच्छा समय है ताकि आपकी पॉलिसी में जरूरत के हिसाब से बदलाव किया जा सके.

नई बीमारियां

अगर आपने अपने परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस ली है कि और मान लीजिए कि परिवार के किसी सदस्य को कोई नई बीमारी हो जाए तो इसकी जानकारी रिन्यूअल के दौरान बीमा कंपनी को जरूर दें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं आगे चलकर आपको क्लेम फाइल करते समय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

पोर्टेबिलिटी पर विचार करें

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी किसी की पॉलिसी को मौजूदा इंश्योरेंस कंपनी से दूसरी में बदलने का एक विकल्प है. जब आप अपनी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को एक इंश्योरेंस कंपनी से दूसरी इंश्योरेंस कंपनी में बदलते हैं तो आप अपने द्वारा हासिल किए बेनेफिट को खोते नहीं हैं. पॉलिसी रिन्यू करते वक्त कोई इस विकल्प पर विचार कर सकता है यदि वो ऐसा करना चाहता है.

Published - November 11, 2021, 05:17 IST