टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी, लाइफ इंश्योरेंस का सबसे साधारण रूप है. ये इंश्योरेंस कवर किसी भी आपात स्थिति में आपके परिवार के भविष्य की सुरक्षा करता है. जबकि दूसरी तरफ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ मिलने वाला अतिरिक्त कवर है,जो आपको अतिरिक्त कीमत पर ज्यादा कवरेज देता है. आमतौर पर, एक्स्ट्रा प्रीमियम काफी कम होता है, जो पॉलिसी खरीदने वाले आसानी से खरीद सकते हैं. अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियां, अलग टर्म इंश्योरेंस के लिए प्लान के मुताबिक राइडर्स प्लान देती हैं.
राइडर्स के अपने अलग टर्म और कंडीशन होते हैं. इसकी कीमतें भी अलग अलग होती हैं. आइए नजर डालते हैं, सबसे जरूरी टर्म इंश्योरेंस राइडर्स पर जो कंपनियां अपने ग्राहकों को बेसिक पॉलिसी के साथ ऑफर करती हैं.
पॉलिसी अवधि के दौरान किसी दुर्घटना के कारण पॉलिसीहोल्डर की मौत हो जाती है, तो यह राइडर नॉमिनी को अतिरिक्त इंश्योरेंस अमाउंट का भुगतान करता है. इस अतिरिक्त राशि के प्रतिशत का कैलकुलेशन प्रिंसिपल इंश्योरेंस अमाउंट पर तय किया जाता है. यह कंपनी के हिसाब से अलग-अलग हो सकता है.
पॉलिसीहोल्डर अगर इस राइडर का ऑप्शन चुनता है और कैंसर, अस्थमा, किडनी का फेल होना, फेफड़ों को नुकसान जैसी लाइलाज बीमारी का इलाज किया गया है, तो परिवार को इंश्योरेंस राशि का एक हिस्सा एडवांस मिलता है. आमतौर पर इस राइडर की कीमत बहुत कम होती है.
यह सबसे महत्वपूर्ण राइडर्स में से एक है जिसे किसी भी टर्म इंश्योरेंस के साथ चुना जा सकता है. इस राइडर के तहत, इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर पॉलिसी दस्तावेज में लिस्टेड गंभीर बीमारियों के इलाज पर एकमुश्त रकम हासिल कर सकता है.
एक्सीडेंट की स्थिति में यदि पॉलिसीहोल्डर आंशिक या स्थायी दिव्यांगता से पीड़ित हो जाता है, तो वह इस राइडर से फायदा मिल सकता है. ज्यादातर पॉलिसी दिव्यांग पॉलिसीहोल्डर को दुर्घटना के बाद 5 से 10 साल की अवधि के लिए बीमित राशि का एक प्रतिशत भुगतान करती हैं.
इस कवर के तहत यदि पॉलिसी होल्डर दिव्यांगता या कमाई की हानि के कारण प्रीमियम का भुगतान करने में सक्षम नहीं है, तो भविष्य के प्रीमियम को माफ कर दिया जाता है. पॉलिसी अवधि के अंत तक सक्रिय रहेगी.
इनकम बेनिफिट राइडर पॉलिसीहोल्डर की मौत के बाद कमाई की व्यवस्था कर सकता है. अगर कोई पॉलिसीहोल्डर बेसिक पॉलिसी के साथ इस राइडर का ऑप्शन चुनता है तो उसके परिवार को नियमित इंश्योरेंस अमाउंट के साथ-साथ पांच से 10 सालों के लिए सालाना अतिरिक्त आय प्राप्त होगी.