क्या होता है हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस, जानिए आपके लिए कैसे है ये फायदेमंद

हॉस्पिटल कैश पॉलिसी इलाज के दौरान खर्च में कमी लाती है क्योंकि इसमें ऐसे कुछ खर्च शामिल हैं जो स्वास्थ्य बीमा या मेडिक्लेम में शामिल नहीं होते हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - September 17, 2021, 03:14 IST
What is Hospital Cash Insurance, know how it is beneficial?

हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस में केवल अस्पताल में भर्ती रहने के दिनों के आधार पर क्लेम मिलता है.

हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस में केवल अस्पताल में भर्ती रहने के दिनों के आधार पर क्लेम मिलता है.

समय में बदलाव के साथ इंश्योरेंस कंपनियों नए-नए प्रयोग करती रहती हैं. इसी के तहत इंश्योरेंस कंपनियां ने हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस बनाया है. इसे हॉस्पिकैश इंश्योरेंस भी कहा जाता है. आइए आपको बताते हैं कि यह क्या होता है और इसके क्या-क्या फायदे हैं.

क्या होता है हॉस्पिकैश इंश्योरेंस?

हॉस्पिकैश कवर के तहत अगर पॉलिसी अवधि के दौरान, इंश्योर्ड व्यक्ति की शारीरिक चोट ठीक नहीं होती है और इसकी वजह से, उस व्यक्ति को मरीज के रूप में हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ता है, तो पॉलिसी शिड्यूल या इंश्योरेंस सर्टिफिकेट में जो राशि दी गई है उसे मरीज को दे दिया जाएगा. यह राशि, हॉस्पिटल में भर्ती होने के हर 24 घंटे के हिसाब से दी जाती है.

इसको हेल्थ इंश्योरेंस के साथ या अलग से भी लिया जा सकता है. हॉस्पिटल कैश पॉलिसी इलाज के दौरान खर्च में कमी लाती है, क्योंकि इसमें ऐसे कुछ खर्च शामिल हैं जो स्वास्थ्य बीमा या मेडिक्लेम में शामिल नहीं होते हैं.

इसके अलावा मेडिक्लेम में आप सम इन्श्योर्ड का चुनाव करते हैं, लेकिन हॉस्पिटल कैश पॉलिसी में आपको चुनना होता है कि आप प्रतिदिन कितना पैसे का कवरेज चाहते हैं.

हॉस्पिटल कैश पॉलिसी के लिए न्यूनतम आयु

वयस्क की न्यूनतम आयु 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए

आश्रित (जो बीमित व्यक्ति पर निर्भर होते हैं) बच्चों की न्यूनतम आयु 3 महीने या 91 दिन होनी चाहिए

हॉस्पिटल कैश प्लान के फायदे

इस इंश्योरेंस के तहत मिलने वाली राशि का इलाज पर होने वाले खर्च से कोई लेना-देना नहीं है. इस राशि को बीमाधारक किसी भी कार्य के लिए इस्तेमाल कर सकता है. इस राशि का उपयोग टेस्ट या ऑपरेशन के लिए लगने वाले सामान को खरीदने में किया जा सकता है. इसमें हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान होने वाला आय का नुकसान भी शामिल हैं.

हॉस्पिटल कैश प्लान मेडिकल खर्चों के बोझ को कम करने के अलावा आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80डी के तहत टैक्स में भी छूट देता है.

हॉस्पिटल कैश डेली अलाउंस पॉलिसी को जीवनभर के लिए रिन्यू किया जा सकता है.

अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान, बीमा कंपनी की ओर से बीमित व्यक्ति को कम से कम 500 रुपये दिए जाने से शुरुआत होती है, जबकि अधिकतम आपके द्वारा दिए जाने वाले प्रीमियम पर निर्भर करता है.

यदि कोई बीमाधारक आईसीयू में भर्ती होते हैं तो उसे हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस के तहत ज्यादा लाभ मिलता है. अधिकांश कंपनियां रोजाना आधार पर मिलने वाली राशि को दोगुना कर देती हैं. हालांकि, पॉलिसी के आधार पर यह पांच गुना भी हो सकता है.

कितनी राशि मिलती है?

हॉस्पिटल कैश इंश्योरेंस में केवल अस्पताल में भर्ती रहने के दिनों के आधार पर क्लेम मिलता है. यह क्लेम इंश्योरेंस के आधार पर होता है. इस इंश्योरेंस के तहत रोजाना अधिकतम 10000 रुपये तक का क्लेम मिलता है. अधिकतम 30-45 दिन तक भर्ती रहने के लिए क्लेम मिलता है.

क्या कैंसल किया जा सकता है?

पॉलिसीधारक 15 दिनों का नोटिस देकर इस पॉलिसी को कैंसल कर सकता है और ऐसी स्थिति में, कंपनी बकाया पॉलिसी अवधि का प्रीमियम रिफंड कर देगी.

Published - September 17, 2021, 03:14 IST