राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के तहत करीब 400 ट्रीटमेंट प्रोसीजर की कीमतें बढ़ा दी हैं. इनके दाम में 20-40 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है. साथ ही, ब्लैक फंगस के मैनेजमेंट से जुड़ा एक नया मेडिकल पैकेज भी योजना से जोड़ा गया है.
वेंटिलेटर वाले ICU के रेट 100 प्रतिशत और बिना वेंटिलेटर वाले के 136 फीसदी बढ़ाए गए हैं. हाई डिपेंडेंसी यूनिट (HDU) की कीमतों में 22 पर्सेंट का इजाफा हुआ है. रूटीन वॉर्ड के दाम 17 प्रतिशत बढ़ गए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, ‘कैंसर विज्ञान (oncology) के नए पैकेज की मदद से देशभर में लाभार्थियों को कैंसर से जुड़े इलाज की बेहतर सुविधा दी जा सकेगी. ब्लैक फंगस वाले नए पैकेज से भी उन्हें बड़ी राहत मिलेगी. मुझे यकीन है कि हेल्थ बेनेफिट्स पैकेज (HBP) के दाम में किए गए बदलाव के बाद योजना से अधिक निजी अस्पताल जुड़ेंगे. इससे लाभार्थियों के लिए आउट-ऑफ-पॉकेट होने वाले खर्च घटेंगे.’
NHA (नेशनल हेल्थ अथॉरिटी) ने बदले हुए रेट योजना के तहत लागू कर दिए हैं. नए दाम रेडिएशन ऑनकोलॉजी प्रोसीजर, डेंगू और तीव्र ज्वर रोग जैसी बीमारियों के मेडिकल मैनेजमेंट प्रोसीजर और ब्लैक फंगस के सर्जिकल पैकेज ट्रीटमेंट पर लागू होंगे.
आयुष्मान भारत PM-JAY के तहत फिलहाल 1,699 ट्रीटमेंट प्रोसीजर शामिल हैं. इनमें से 1,080 सर्जिकल, 588 मेडिकल और एक अन्य पैकेज हैं. योजना का लक्ष्य दूर-दराज के इलाकों में रह रहे नागरिकों को मुफ्त और किफायती स्वास्थ सेवा और यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज देना है. इसके जरिए 10.74 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों (यानी, 53 करोड़ से अधिक लाभार्थियों) को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की मुफ्त और कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं दी जाने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है.
योजना की शुरुआत से लेकर अब तक 2.2 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को सेकंडरी, टर्शियरी और डेकेयर प्रोसीजर से जुड़े इलाज के लिए 24,000 एंपैनल्ड हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स (EHCP) के जरिए कवरेज दिए जा चुका है.