Postal Life Insurance: पोस्ट ऑफिस यानी डाक विभाग के द्वारा भी सरकार लाइफ इंश्योरेंस की सुविधा प्रदान करती है. जिसे की पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (Postal Life Insurance) या PLI कहते हैं. दरअसल, पोस्ट ऑफिस अपने बुनियादी काम के साथ जीवन बीमा पॉलिसी भी बेचता है. यह देश की सबसे पुरानी बीमा स्कीम में शामिल है. भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान 1 फरवरी 1884 को पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस यानी PLI शुरू किया गया था. अगर लॉन्च की अवधि के हिसाब से बात करें तो आप PLI को आप भारत की सबसे पुरानी जीवन बीमा योजना मान सकते हैं. पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस (PLI) योजना के तहत अब आप 20 लाख रुपये तक का जीवन बीमा ले सकते हैं.
PLI स्कीम के तहत 6 पॉलिसी चलती हैं, जिनमें होल लाइफ एश्योरेंस (सुरक्षा), कंवर्टिबल होल लाइफ एश्योरेंस (सुविधा), एंडोवमेंट एश्योरेंस (संतोष), जॉइंट लाइफ एश्योरेंस (युगल एश्योरेंस), एंटिसिपिटेड एंडोव्मेंट एश्योरेंस (सुमंगल), चिल्ड्रन पॉलिसी (बाल जीवन बीमा) शामिल हैं. इनमें जॉइंट लाइफ एश्योरेंस पति-पत्नी के लिए बहुत बेहतर है. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल में…
युगल सुरक्षा (ज्वॉइंट लाइफ एश्योरेंस)
यह एक ज्वॉइंट लाइफ एंडोमेंट एश्योरेंस है जिसमें एक साथी PLI पॉलिसी का हकदार होता है. साथ ही, दोनों जीवन साथियों को बीमा राशि की सीमा तक का लाइफ कवर मिलता है और अर्जित बोनस मिलता है. इसमें दोनों जीवन साथियों की उम्र कम से कम 21 साल और अधिकतम 45 साल होनी चाहिए.
इसमें मिनिमम सम एश्योर्ड 20,000 रुपये है, जब कि अधिकतम 20 लाख है. बड़े पॉलिसी होल्डर की उम्र 45 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए और वे दोनों 21 से 45 साल के बीच होने चाहिए. 3 साल बाद लोन की सुविधा ली जा सकती है. डेथ बेनेफिट दोनों में से एक जीवित व्यक्ति को या मुख्य पॉलिसी धारक को मिलता है.
कौन ले सकता है ये पॉलिसी?
मालूम हो कि इस पॉलिसी को हर कोई नहीं ले सकता. मगर अधिकतर लोगों को ये पॉलिसी बेची जा सकती है. केंद्र सरकार, राज्य सरकार या अर्धसरकारी यूनिट्स के कर्मचारियों के अलावा मैनेजमेंट कंसल्टेंट, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, वकील और बैंकिंग सेक्टर के कर्मचारियों को ये पॉलिसी मिल जाएगी. वहीं यदि आप किसी ऐसे शिक्षा संस्थान में पढ़ा रहे हैं, जिसे सरकारी मान्यता प्राप्त है तो आपको भी यह पॉलिसी मिल जाएगी.
कितना होगा फायदा?
मान लीजिए संजय जिनकी उम्र 32 साल है और उनकी पत्नी की उम्र 30 साल है, युगल सुरक्षा पॉलिसी लेते हैं. इसके लिए संजय ने 10 लाख रुपये के सम एश्योर्ड की पॉलिसी ली है. संजय ने पॉलिसी टर्म 20 साल रखा है. इसलिए उन्हें पॉलिसी के लिए 20 साल तक प्रीमियम चुकाना होगा.
संजय अगर मंथली प्रीमियम का चुनाव करते हैं तो उन्हें पहले साल 4,392 रुपये और दूसरे साल 4,297 रुपये का प्रीमियम भरना होगा. अगर संजय सालाना प्रीमियम देना चाहते हैं तो उन्हें पहले साल 52,706 रुपये और दूसरे साल 51,571 रुपये देने होंगे.
पहले साल का प्रीमियम जीएसटी के चलते थोड़ा ज्यादा आता है. पूरे पॉलिसी टर्म के दौरान संजय को प्रीमियम के तौर पर कुल 10,32,558 रुपये जमा करने होंगे.
20 साल पूरे होने पर यह पॉलिसी मैच्योर हो जाएगी और संजय को मैच्योरिटी का पैसा मिल जाएगा. इसके तहत संजय को सम एस्योर्ड का 10 लाख, बोनस 10.40 लाख रुपये यानी कि कुल 20,40,000 रुपये मिलेंगे.
इस पॉलिसी में डेथ बेनेफिट भी है. अगर पॉलिसी लेने के तुरंत बाद, 2 साल बाद, 5 साल बाद या 15 साल बाद संजय या उनकी पत्नी, दोनों में से कोई एक गुजर जाता है, तो दूसरे जीवनसाथी को डेथ बेनेफिट का लाभ मिलेगा.