मनी बैंक पॉलिसी में बीमा के विभिन्न विकल्प उपलब्ध कराएं जाते हैं, जो ग्राहक की मांग के मुताबिक होते हैं. PC: Pixabay
Money Back Insurance Policy: जो लोग लिक्विडिटी को पसंद करते हैं, उनके लिए मनी-बैक पॉलिसी बेहतर होती है. लगातार निश्चित प्रीमियम जमा करते रहने पर इस पॉलिसी में बोनस के तौर पर एक तय राशि मिलती है. साथ ही, पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर मैच्योरिटी अमाउंट मिलता है और पूरी अवधि में रिस्क कवर भी जुड़ा हुआ होता है. यदि किसी पॉलिसी की अवधि 20 साल की है, तो 5वें, 10वें और 15वें वर्ष में बोनस प्राप्त होता है.
ये हैं मनी बैक इंश्योरेंस पॉलिसी की विशेषताएं
• मनी बैंक पॉलिसी में बीमा के विभिन्न विकल्प उपलब्ध कराएं जाते हैं, जो ग्राहक की मांग के मुताबिक होते हैं.
• इसमें बोनस एक निश्चित अंतराल में मिलते हैं, जो कुल बीमित राशि के एक तय अनुपात में होता है.
• इसमें 5 से 6 फीसदी का रिटर्न मिलता है. लेकिन बीच में इससे बाहर आने पर अधिक जार्च देना होता है.
• यदि रिस्क कवरेज वार्षिक प्रीमियम का 10गुना या इससे अधिक है, तो सेक्शन 80C के तहत टैक्स राहत मिलती है.
• यदि पॉलिसीधारक अवधि के भीतर जीवित रहता है, तो अंत में उसे कुल जमा राशि (रिटर्न और बोनस सहित) प्राप्त होता है, किंतु इस दौरान उसकी मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार को बिना किसी कटौती के पूरी राशि प्राप्त होती है.
• इसमें बोनस कुल बीमित राशि पर आधारित होता है. साथ ही इसका प्रीमियम अन्य पॉलिसियों की तुलना में अधिक होता है.