इलेक्ट्रिक व्हीकल इंश्योरेंस खरीदने से पहले जान लें ये 7 खास बातें

EV Insurance: इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर खास बीमा योजनाएं तैयार की जा रही हैं. वर्तमान में ई-कार को पारंपरिक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर किया जाता है

  • Team Money9
  • Updated Date - October 11, 2021, 03:52 IST
keep these 7 points in mind before buying electric vehicle insurance

EV इंश्योरेंस का कवरेज पेट्रोल-डीजल वाली कारों की तरह इंजन की क्षमता पर निर्भर करता है. लेकिन यहां क्यूबिक क्षमता की जगह पर इकाई किलोवाट है

EV इंश्योरेंस का कवरेज पेट्रोल-डीजल वाली कारों की तरह इंजन की क्षमता पर निर्भर करता है. लेकिन यहां क्यूबिक क्षमता की जगह पर इकाई किलोवाट है

देश के प्रमुख कार निर्माता अब इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle – EV) लेकर मार्केट में उतर रहे हैं. EV हर दिन ग्राहकों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं. इसके साथ ही इनका इंश्योरेंस ग्राफ भी तेजी से बढ़ा है. आमतौर पर, इलेक्ट्रिकल व्हीकल की औसत कीमत 12 लाख रुपये से कम नहीं होती. इस कारण इनका इंश्योरेंस प्रीमियम भी पेट्रोल-डीजल पर चलने वाले वाहनों की तुलना में थोड़ा महंगा होता है.

EV के लिए इंश्योरेंस खरीदने से पहले कई बातों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए. हमारे देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल को लेकर खास बीमा योजनाएं तैयार की जा रही हैं. वर्तमान में इलेक्ट्रिक कार को पारंपरिक इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर किया जाता है. इंश्योरेंस कंपनियां स्टैंडर्ड गाइडलाइन के आधार पर पारंपरिक तरीके से योजनाएं ऑफर करती हैं.

7 महत्वपूर्ण प्वाइंट्स पर डालिए नजर

1. EV बिजली से चार्ज होने वाली बैटरी से चलती है. ऐसे में बैटरी और इलेक्ट्रिकल सप्लाई यूनिट इसके महत्वपूर्ण घटक हैं. इन दोनों सेगमेंट के लिए पर्याप्त बीमा कवर लेना चाहिए.

2. इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंश्योरेंस कवरेज पेट्रोल, डीजल से चलने वाली कारों की तरह कार के इंजन की क्षमता पर निर्भर करता है. लेकिन यहां क्यूबिक क्षमता (cc) की जगह पर इकाई किलोवाट (kilowatt) है. तो पहले जान लें कि आपकी कार की इंजन क्षमता क्या है, फिर उस हिसाब से कवरेज रेंज चुनें.

3. अपने EV के लिए हमेशा जीरो डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवर चुनें. क्लेम के दौरान, इंश्योरेंस कंपनी कार के डेप्रिसिएशन मूल्य की गणना करती है, जिसे बाद में क्लेम अमाउंट से काट लिया जाता है. शून्य डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन कवर के साथ, डेप्रिसिएशन के कारण किए गए क्लेम राशि में कटौती को माफ कर दिया जाता है और नुकसान की पूरी राशि का भुगतान किया जाता है.

4. पॉलिसी के इंश्योरेंस डिक्लेयर्ड मूल्य (आईडीवी) खोजें, जो लाइव इंश्योरेंस कवरेज के लिए इंश्योर्ड राशि की तरह है. इनके साथ ही इंश्योरेंस कंपनी चुनने से पहले कैशलेस सुविधा, क्लेम निपटान पर परफॉर्म और क्लेम सैटलमेंट रेशो आदि की जांच करें.

5. इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए अलग ऐड-ऑन कवर का चुनाव करना अच्छा फैसला है. हालांकि महंगे EV के लिए ऐड-ऑन कवर जरूरी हैं. लेकिन ऐड-ऑन कवर जैसे इंजन प्रोटेक्टर, जीरो डेप्रिसिएशन, चार्जिंग से संबंधित स्पेशल प्रोटेक्शन आदि एक बेस पॉलिसी के साथ उपलब्ध हैं.

6. इंश्योरेंस कवर खरीदने से पहले उस वाहन के वास्तविक मूल्य का पता लगाना चाहिए, जिसपर इंश्योरेंस कवर दिया जा रहा है. इंश्योरेंस वाहन के सही मूल्य पर जारी किया जाना चाहिए. वरना आपको क्लेम सेटलमेंट के दौरान एक कीमत चुकानी होगी.

7. EV कवर खरीदते समय बैटरी चार्जिंग, बैटरी लीकेज, चार्जिंग कनेक्टर को नुकसान, ऑन-स्पॉट सहायता और अन्य के कारण कार के नुकसान के जोखिमों पर ध्यान दिया जाना चाहिए.

प्रीमियम रेंज

घरेलू बाजार में अभी एक दर्जन से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन हैं. इनकी कीमत 11 लाख से 35 लाख रुपये के बीच है. प्रीमियम राशि इंजन क्षमता और कार मॉडल पर अलग-अलग होती है. HDFC एर्गो, ICICI लोम्बार्ड, SBI और अन्य बड़े बीमा खिलाड़ी EV बीमा प्रदान कर रहे हैं. साढ़े पांच लाख रुपये के बीमा कवरेज के लिए, प्रीमियम लगभग 20,000 रुपये से शुरू होता है और 12 लाख रुपये के कवरेज के लिए 30,000 रुपये तक जाता है.

Published - October 11, 2021, 03:52 IST