जीवन बीमा कंपनियों की नए कारोबार से घट गई प्रीमियम आय, इतनी आ गई गिरावट

Insurance Company: जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय मई 2021 में 5.6 प्रतिशत घटकर 12,976.99 करोड़ रुपये रही.

insurance, health insurance, insurance claim, multiple health policies, hospital, Cashless Insurance, 9 terms, pre illness

कई लोग टर्म इंश्योरेंस को पैसों की बर्बादी मानते है और एंडोमेंट या मनीबैक या मैच्योरिटी बेनिफिट वाले इंश्योरेंस विकल्प को पसंद करते है, लेकिन आपको प्योर टर्म प्लान ही लेना चाहिए, जो कम प्रीमियम में ज्यादा कवर प्रदान करेगा.

कई लोग टर्म इंश्योरेंस को पैसों की बर्बादी मानते है और एंडोमेंट या मनीबैक या मैच्योरिटी बेनिफिट वाले इंश्योरेंस विकल्प को पसंद करते है, लेकिन आपको प्योर टर्म प्लान ही लेना चाहिए, जो कम प्रीमियम में ज्यादा कवर प्रदान करेगा.

Insurance Company: जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय घट गई है. यह आय मई 2021 में 5.6 प्रतिशत घटकर 12,976.99 करोड़ रुपये रही.

बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के आंकड़ों के अनुसार देश में 24 जीवन बीमा कंपनियों (Insurance Company) की नये कारोबार से मिलने वाली पहले साल की प्रीमियम आय एक साल पहले इसी माह में 13,739 करोड़ रुपये थी.

ये है आंकड़ा

जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय मई 2021 में 5.6 प्रतिशत घटकर 12,976.99 करोड़ रुपये रही.

बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के आंकड़ों के अनुसार देश में 24 जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से मिलने वाली पहले साल की प्रीमियम आय एक साल पहले इसी माह में 13,739 करोड़ रुपये थी.

इसमें देश की सबसे बड़ी और सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की प्रीमियम आय मई 2021 में 12.4 प्रतिशत गिरकर 8,947.64 करोड़ रुपये रही. एक साल पहले मई 2020 में यह 10,211.53 करोड़ रुपये थी.

नए कारोबार से प्रीमियम आय में इजाफा

आंकड़ों के अनुसार शेष 23 निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय मई 2021 में 14.2 प्रतिशत बढ़कर 4,029.35 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी महीने में 3,527.48 करोड़ रुपये थी.

वहीं, अप्रैल-मई के दौरान जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय लगभग 11 प्रतिशत बढ़कर 22,715.78 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 20,466.76 करोड़ रुपये थी.


सामान्य बीमा क्षेत्र में वृद्धि देखने को मिल सकती है

आईसीआरए रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि स्वास्थ्य और मोटर बीमा सेगमेंट में उच्च वृद्धि से मदद मिली है.

सामान्य बीमा उद्योग को वित्त वर्ष 2021-22 में सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय (जीडीपीआई) में 7-9 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है.

2020-21 में, उद्योग का कुल GDPI चार प्रतिशत बढ़कर 1.85 लाख करोड़ रुपये हो गया.

जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियां विकास के ऑनलाइन मोड में समायोजित करने के लिए धीमी थीं. जिसके परिणामस्वरूप व्यापार में दो प्रतिशत की गिरावट आई (वित्त वर्ष 2021 में 71,800 करोड़ रुपये)

 
Published - June 9, 2021, 07:31 IST