महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय इन 5 बातों को न करें अनदेखा, होगा नुकसान

health insurance: भारत में महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस लेना प्राथमिकता में शामिल नहीं था. लेकिन अब हालात धीरे-धीरे बदल रहे हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 26, 2021, 08:42 IST
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वुमेन इंश्योरेंस काफी पॉपुलर हो रहा है. मार्केट में महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस के कई कस्टमाइज्ड प्लान अवेलेबल हैं

वुमेन इंश्योरेंस काफी पॉपुलर हो रहा है. मार्केट में महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस के कई कस्टमाइज्ड प्लान अवेलेबल हैं

इसमें कोई शक नहीं कि हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance) हर किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आपका जेंडर कोई भी हो हर एक के लिए ये जरूरी है. लेकिन अभी कुछ साल पहले तक भारत में महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance) लेना प्राथमिकता में शामिल नहीं था. लेकिन अब हालात धीरे-धीरे बदल रहे हैं और वुमेन इंश्योरेंस काफी पॉपुलर हो रहा है. मार्केट में महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस के कई कस्टमाइज्ड प्लान अवेलेबल हैं. महिलाओं के लिए मोटे तौर पर दो टाइप की हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (health insurance) हैं – इंडिविजुअल और फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस प्लान. इन पॉलिसियों को वुमेन स्पेसिफिक इलनेस और उनकी कॉमन हेल्थ प्रॉब्लम के आधार पर डिजाइन किया गया है.

इन बातों का रखें ख्याल

1) पहले से मौजूद बीमारियों के लिए कवरेज

सबसे पहले चेक करें कि क्या पॉलिसी पहले से मौजूद बीमारियों को कवर करती है. इसमें कैंसर या डायबिटीज से लेकर हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड या अस्थमा जैसी कोई भी हेल्थ प्रॉब्लम शामिल हो सकती है. ऐसे मामले में, आपको अपनी पहले से मौजूद मेडिकल कंडीशन का खुलासा करना होगा.

2) वेटिंग और सर्वाइवल पीरियड

वेटिंग पीरियड इंश्योरेंस प्लान खरीदने और बीमारी का डायग्नोस होने के बीच का पीरियड है. यदि वेटिंग पीरियड पूरा होने से पहले क्लेम किया जाता है, तो आपको क्लेम अमाउंट नहीं मिलेगा. वेटिंग पीरियड हर इंश्योरर का अलग हो सकता है. आमतौर पर ये 2 से 4 साल के बीच होता है.

3) मैटरनिटी कवर

क्या आपका हेल्थ इंश्योरेंस प्लान मैटरनिटी कवर ऑफर करता है? यदि हां, तो चेक करें कि क्या इसके लिए कोई वेटिंग पीरियड है? कुछ साल पहले तक, मेटरनिटी एक्सपेंस के लिए कवरेज लेने का मतलब हाई प्रीमियम भरना था. लेकिन, नए जमाने के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में सभी तरह के मेटरनिटी एक्सपेंस शामिल हैं, जिसमें सी-सेक्शन डिलीवरी, लेबर पेन आदि शामिल हैं.यही नहीं कुछ इंश्योरेंस प्लान न्यू बोर्न बेबी को भी एक स्पेसिफिक पीरियड के लिए कवर करते हैं. इसलिए,
वुमेन-स्पेसिफिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले ध्यान से चेक करें.

4) वैल्यू एडेड सर्विस

कैशलेस ट्रीटमेंट, फ्री मेडिकल चेक-अप, अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च, इसके अलावा कई अन्य सर्विस इंश्योरर अपने कस्टमर को प्रोवाइड कर रहे हैं.

5) एक्सक्लूजन और लिमिटेशन

बिना जानकारी के किसी जगह पैसा लगाना एक गलत फैसला है जो आपकी फाइनेंशियल कंडीशन को खराब कर सकता है. इंश्योरेंस पॉलिसियों, खास तौर से हेल्थ इंश्योरेंस के मामले में यह और भी खराब है. हेल्थ इंश्योरेंस में कुछ प्रोमिनेंट एक्सक्लूजन हैं जिन पर अक्सर लोगों का ध्यान नहीं जाता. पॉलिसी डॉक्यूमेंट पर साइन करने से पहले अपने इंश्योरर के साथ हर तरह के डाउट क्लियर कर लें.

Published - August 26, 2021, 08:42 IST