Bharat Griha Raksha: होम इंश्योरेंस पॉलिसी आपके मकान और उससे जुड़ी वस्तुओं को किफायती प्रीमियम पर सुरक्षा प्रदान करती है. साथ ही इसमें आप कई एड-ऑन भी ले सकते हैं. जिससे आपको किराए में हुए नुकसान और व्यक्ति दुर्घटना कवर भी मिल जाता है. यहां हम आपको भारत गृह रक्षा, पॉलिसी की 9 विशेषताओं के बारे में बता रहे हैं.
यह स्टैंडर्ड पॉलिसी मकान को हुए नुकसान, आग, विस्फोट, बिजली गिरने, भूकंप, चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से हुए विनाश की स्थिति में कवर प्रदान करती है. साथ ही इसमें मकान पर पेड़ गिरने, वाहन से हुए नुकसान, हवाई जहाज गिरने से हुए नुकसान भी शामिल हैं. इसके अलावा घरेलू वस्तुओं जैसे पाइप वगैरह में आई खराबी को भी कवर किया जाता है.
इस पॉलिसी में ऑर्किटेक्ट, सर्वेयर, इंजीनियर की फीस भी कवर होती है. साथ ही किराया घाटा और वैकल्पिक किराया को भी इसमें शामिल किया जाता है.
यदि इस पॉलिसी को एक साल से अधिक की अवधि के लिया जाता है तो पॉलिसी प्रत्येक वर्षगांठ पर बीमित राशि 10 फीसदी बढ़ जाती है, जबकि प्रीमियम में कोई बढ़ोतरी नहीं होती. यह बढ़ोतरी, वास्तविक बीमित राशि के अधिक अधिकतम 100 फीसदी तक हो सकती है.
इसका मतलब यह है कि यदि बीमित राशि मकान के वास्तविक मूल्य से कम है तो यह अंतर बीमा कंपनी द्वारा किए गए भुगतान पर कोई असर नहीं डालता. इस स्थिति में कंपनी पॉलिसीधारक को बिना कटौती के भुगतान करती है.
यदि आप किसी नुकसान के एवज में क्लेम करते हैं तो पॉलिसी को वास्तविक बीमित राशि के बराबर बहाल कर दिया जाएगा. इस स्थिति में पॉलिसीधारक को नुकसान की तारीख से अनएक्सपायर्ड पॉलिसी के लिए अनुपातिक प्रीमियम देना होगा.
इसके तहत बीमा कंपनी मकान की मरमम्त पर हुए खर्च को रिइम्बर्स करती है. साथ ही कंपनी क्लेम का 5 फीसदी हिस्सा बतौर इंजीनियर फीस और 2 फीसदी बतौर सफाई देती है.
चोरी होने की स्थिति में पॉलिसी सुरक्षा प्रदान करती है.
यदि पॉलिसीधारक ने मकान से साथ-साथ उसकी वस्तुओं का भी बीमा किया है तो वस्तुओं को हुए नुकसान को कवर किया जाता है. यह कवरेज कुल बीमित राशि को 20 फीसदी होता है, जो कि अधिकतम 10 लाख रुपए तक का हो सकता है.
इस पॉलिसी में पर्सनल एक्सीडेंट कवर भी मुहैया कराया जाता है. यह प्रति व्यक्ति 5 लाख रुपए तक होता है.