WPI Inflation: थोक महंगाई में मार्च के दौरान मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है. फरवरी के 0.20 फीसद की तुलना में यह मार्च में बढ़कर 0.53 फीसद पर आ गई. पिछले हफ्ते थोक महंगाई दर के आंकड़े आए थे और मार्च में यह 9 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई थी. हालांकि, खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई दर मार्च के दौरान 7.68 फीसद रही.
आलू-प्याज की थोक कीमतें बढ़ीं
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आंकड़ों के अनुसार, प्याज की थोक महंगाई दर फरवरी में 29.22 फीसद थी जो मार्च में 56.99 फीसद पर पहुंच गई. ऐसी आशंका है कि नई फसल आने तक प्याज की किल्लत हो सकती है. पिछले साल यानी मार्च 2023 में प्याज की कीमतों में 36.83 फीसद की कमी आई थी.
इसी प्रकार, मार्च में आलू की थोक महंगाई दर 52.96 फीसद पर पहुंच गई जो फरवरी में बढ़कर 15.34 फीसद पर थी. पिछले साल आलू की थोक महंगाई में 25.59 फीसद की कमी आई थी. मार्च में थोक महंगाई बढ़ने में खाद्य पदार्थों, बिजली, क्रूड पेट्रोलियम जैसे आर्टिकल्स का बड़ा योगदान रहा.
खाद्य पदार्थों की थोक महंगाई बढ़ी
खाद्य पदार्थों की थोक महंगाई मार्च में 4.65 फीसद रही जो फरवरी में 4.09 फीसद थी. क्रूड पेट्रोलियम और नेचुरल गैस की थोक महंगाई जहां फरवरी में -1.19 फीसद रही थी वहीं मार्च में यह बढ़कर 4.87 फीसद पर आ गई. फ्यूल और पावर की महंगाई दर मार्च में -0.77 रही.