Vaccine: एक्ज़िम बैंक और जापानी बैंक ऑफ इंटरनेशनल कोऑपरेशन (जेबीआईसी) के अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय वैक्सीन निर्माता कंपनियों के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक कर फंडिंग पर व्यापक चर्चा की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन वित्तीय संस्थानों ने वैक्सीन (Vaccine) कंपनियों उत्पादन बढ़ाने के लिए 30 करोड़ डॉलर से अधिक की पूंजी या कर्ज देने की पेशकश की है.
इस पर फोकस
बैठक में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक, जेनोवा, जाइडस कैडिला, अरबिंदो फार्मा और वॉकहार्ट जैसी कंपनियों के अधिकारियों ने भाग लिया.
यह पहल एक चार पक्षीय साझेदारी की शुरुआत बन सकती है, जो भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगी.
बैठक में शामिल कुछ अधिकारियों ने बताया कि बैठक में चर्चा का फोकस मुख्य रूप से वैक्सीन के विकास और उत्पादन बढ़ाने के लिए फंडिंग की आवश्यकता की पहचान करने और वैक्सीन के उत्पादन से जुड़े आर्थिक पहलुओं पर रहा, ताकि आने वाले समय में कोविड टीके का उत्पादन बढ़ाकर दुनिया भर में उसकी मांग को पूरा किया जा सके.
कोविड -19 टीकों के विकास में निवेश को कैसे बनाए रखा जाए
इस बैठक की व्यवस्था फार्मा कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था फार्मेक्सिल के महानिदेशक उदय भास्कर ने की. उन्होंने मिंट को बताया कि चर्चा उन क्षेत्रों पर केंद्रित रही, जिनमें जेबीआईसी फंड कंपनियों की मदद कर सकता है.
इसमें कोविड -19 टीकों के विकास में निवेश को कैसे बनाए रखा जाए. भारत के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में इस समय तीन टीके शामिल हैं.
इनमें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और रूस के स्पुतनिक वी शामिल हैं.
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को भी नियामक की मंजूरी मिल गई है, लेकिन इसका इस्तेमाल अभी शुरू नहीं किया गया है.