कैसे कर पाएंगे उपयोग?
कंपनी के पास मौजूद एपीआई पर व्यक्ति का मोबाइल नंबर व नाम दर्ज करना होगा। इसके बाद व्यक्ति को ओटीपी मिलेगा.
यह ओटीपी एपीआई में दर्ज करना होगा। इसका बाद, कोविन पोर्टल सत्यापन करने वाले संस्थान को व्यक्ति के टीकाकरण की स्थिति संबंधी उत्तर भेजेगा. यह इनमें से कोई एक होगा…
0 – व्यक्ति को टीका नहीं लगाया गया है.
1 – आंशिक रूप से टीका लगा.
2- पूरी तरह से टीका लगाया गया है.
इससे क्या फायदा होगा?
1. मान लीजिए अगर कोई कंपनी सर्टिफिकेट के बजाय केवल यह देखना चाहती हो कि उसके कर्मचारी, साथियों या ग्राहकों को कितने डोज लगे हैं? या उनका वैक्सीनेशन हुआ है या नहीं, तो इसके लिए एपीआई की मदद ली जा सकेगी.
2. अगर आप कहीं बाहर गए हैं या मॉल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर एंट्री कर रहे हैं, तो वहां जाएक आपको वैक्सीन सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं बल्कि अपना वैक्सीनेशन स्टेटस दिखाकर ही एंट्री ले सकेंगे.
3. इसके साथ, एपीआई के माध्यम से आपकी कंपनी या ऑफिस में कर्मचारियों की टीकाकरण की स्थिति की जांच ही सकेगी.
इसमें क्या सुविधाएं होंगी?
केवाईसी-वीएस कई अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। और चूंकि यह एक कंसेंट बेस्ड यानि सहमति-आधारित एप्लिकेशन है तो इसमें आपकी प्राइवेसी भी सुरक्षित रहेगी.
इसके अलावा, कोविन टीम ने एपीआई के साथ एक वेबपेज भी तैयार किया है, जिसे किसी भी सिस्टम में स्थापित किया जा सकता है.
यह तत्काल किसी भी सिस्टम के साथ बिना किसी रुकावट और देरी के जोड़ा जा सकेगा. इसका उपयोग किसी भी निजी या पब्लिक सर्विस प्रोवाइडर द्वारा किया जा सकता है.
कोरोना काल में सभी की सुरक्षा को बनाये रखते हुए सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे फिर से चालू किया जा रहा है.
ऐसे में व्यक्तियों के टीकाकरण की स्थिति को डिजिटल रूप से उन संस्थाओं तक पहुंचाने की आवश्यकता है, जिनके साथ वे कर्मचारियों, यात्रियों, निवासियों आदि के रूप में किसी कारणों से जुड़े हुए हैं. इसीलिए यह एप्लिकेशन लॉन्च की गई है.