इस साल मानसून सीजन में बरसात के बिगड़े संतुलन का असर ट्रैक्टरों की बिक्री पर पड़ा है. अक्टूबर के दौरान देश में ट्रैक्टर बिक्री में 5 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. अक्टूबर में कुल 1.17 लाख ट्रैक्टरों की बिक्री हुई है, जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह आंकड़ा 1.23 लाख से ज्यादा का था. मानसून के बाद अब पोस्ट मानसून सीजन में भी बरसात की कमी देखी जा रही है और स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आगे चलकर इसका असर भी ट्रैक्टर बिक्री पर पड़ सकता है.
त्योहारों को देखते हुए बढ़ सकती है मांग
हालांकि ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों को इस महीने धनतेरस और दिवाली को देखते हुए बिक्री की गति लौटने की उम्मीद है. वित्त वर्ष 2020 से ट्रैक्टर की बिक्री में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. वित्त वर्ष 2023 में देश में ट्रैक्टर की बिक्री में सालाना आधार पर 12 फीसद का इजाफा दर्ज किया गया था. इस अवधि में ट्रैक्टरों की 9,44,000 यूनिट की बिक्री दर्ज की गई थी.
बता दें कि सितंबर से नवंबर का महीने ट्रैक्टर की बिक्री के लिए पीक पीरियड होता है. दरअसल, इस अवधि में किसान अपनी खरीफ फसलों की कटाई करते हैं और अगले सीजन की बुआई के लिए तैयारी शुरू कर देते हैं. अगर खरीफ फसल का उत्पादन और भाव अच्छा रहता है तो आगामी रबी फसल की बुआई के दौरान ट्रैक्टरों की खरीदारी बढ़ सकती है.