तमिलनाडु सरकार ने आज 13 अगस्त को सदन में अपना बजट पेश किया. बजट पेश करते हुए तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने पेट्रोल पर सेस में 3 रुपये की कटौती करने का ऐलान किया. त्यागराजन ने कहा कि पेट्रोल की कीमतों में कमी आने से तमिलनाडु के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी. त्यागराजन ने कहा कि सेस में कटौती मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के निर्देशों के अनुसार की गई है. इस कटौती से राज्य के खजाने में से तकरीबन 1,160 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
बजट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के लिए राज्य का राजस्व 2,60,409.26 करोड़ रुपये और व्यय 2,61,88.57 करोड़ रुपये है. राजकोषीय घाटा 58,692 करोड़ रुपये है. एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली नवनिर्वाचित द्रमुक सरकार द्वारा पेश किया गया यह पहला बजट है.
डीएमके ने पिछले विधानसभा चुनाव के अपने चुनावी घोषणा पत्र में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 5 रुपये और 4 रुपये प्रति लीटर की कमी करने का वादा किया था. उसी वादे को पूरा करते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है. स्टालिन ने कहा कि कुछ वादों को तुरंत पूरा नहीं किया जा सकता है लेकिन समय के साथ चीजें पूरी की जाएंगी. पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान पर बनी हुई है. आज पेट्रोल 102.49 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है, जबकि डीजल 94.39 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. सरकार के मुताबिक ऐसे से टैक्स में इस मामूली कटौती से जनता को राहत पहुंचने की उम्मीद है.
केंद्र और राज्य सरकार दोनों अपने-अपने करों को पेट्रोल के आधार मूल्य में जोड़ते हैं, जो अंतिम मूल्य निर्धारित करता है. केंद्र सरकार टैक्स का बड़ा हिस्सा वसूलती है. तमिलनाडु सरकार पेट्रोल पर लगने वाले कर से 3 रुपये घटाएगी और इससे होने वाले खर्च को वहन करेगी. करेंट फिस्कल ईयर में पेट्रोल की कीमतों में 41 दिनों के लिए बढ़ोतरी की गई है.
तमिलनाडु की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी अन्नाद्रमुक ने बजट सत्र का विरोध किया और सदन से बाहर चले गए. वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन के बजट पेश करने से पहले ही विपक्ष के नेता सदन में हंगामा करने लगें. इसलिए स्पीकर अप्पावु ने विपक्षी दलों को बोलने की अनुमति नहीं दी जिससे नाराज होकर विपक्षी दलों ने सदन से वॉक आउट कर लिया.
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