Rural Market: कोरोना महामारी की दोनों लहरों से निकलने के बाद भारतीय बाजारों में अब हलचल बढ़ गई है. शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग निकलने लगी है. द हिन्दू बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार मोंडेलेज इंटरनेशनल के भारत के अध्यक्ष दीपक अय्यर ने बताया कि ग्रामीण विकास शहरी विकास को पीछे छोड़ रहा है. कुल मिलाकर हम बाज़ार में एक बहुत ही सकारात्मक भावना देख रहे हैं. टीकाकरण में तेजी, कुछ उत्पादों की मांग में कमी और अधिक गतिशीलता व्यापार को सही करने में मदद कर रही है. साथ ही कुछ चिंताएं भी हैं.
दीपक अय्यर ने कहा कि कोविड-19 अभी हमारे बीच से पूरे तरह से गया नहीं है और हम मुद्रास्फीति के दबाव से भी निपट रहे हैं, लेकिन सकारात्मकता ने चिंताओं को पीछे छोड़ दिया है.
हम हमेशा से भारत में त्योहारी सीजन का एक आंतरिक हिस्सा रहे हैं. सभी व्यवसायों की तरह हम भी मुद्रास्फीति के दबाव से निपटने की कोशिश कर रहें हैं. बाकी हम नहीं जानते है कि मुद्रास्फीति हमारे आस-पास कितनी बनी है.
हम मूल्य निर्धारण के प्रबंधन के लिए राजस्व वृद्धि प्रबंधन सिद्धांतों का उपयोग करते हैं. हमने अपने पोर्टफोलियो के कुछ हिस्सों के लिए एमआरपी में क्रमिक तरीके से बढ़ोतरी की है.
दीपक अय्यर ने कहा कि पूर्व-कोविड दिनों की तुलना में लोग अभी भी स्टॉक करके रखे हुए हैं. अगर आप चॉकलेट को देखें तो यह घरों में बहुत कम ही पसंद किया जाता है जबकि बिस्कुट और बॉर्नविटा आपको हर घर में मिलेगा और लोग इसका स्टॉक भी करते हैं.
हम घरों में खपत होने वाले उत्पादों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं जिनमें बेकरी से संबंधित उत्पाद होंगे जैसे केक, बिस्कुट आदि शामिल हैं. अय्यर ने कहा कि हमने अब एनर्जी बार लॉन्च किए हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले साल अच्छा व्यापार देखा गया. पिछले साल ग्रामीण क्षेत्र कोरोना से कम प्रभावित थे लोगों के उस वक्त खर्च करने के लिए पैसा भी था. इन सब के चलते ग्रामीण बाजारों से अच्छा व्यापार हुआ.
अब शहरों में मांग बढ़ गई है और व्यापार भी पिछले साल की तुलना में बेहतर है. इस साल दिवाली पर काफी अच्छा व्यापार हुआ.
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