ग्लोबल मार्केट में चावल की मजबूत मांग को देखते हुए वियतनाम ने भारत से पहली बार हस्क ब्राउन राइस का आयात किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वियतनाम भारत से हस्क ब्राउन राइस का आयात कर उसकी प्रोसेसिंग करके सफेद चावल का निर्यात कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया के तीसरे सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश वियतनाम ने दिसंबर और फरवरी के बीच भारत से कम से कम 2,00,000 मीट्रिक टन हस्क ब्राउन राइस का आयात किया है.
गौरतलब है कि दुनिया के सबसे बड़े चावल निर्यातक भारत द्वारा 2023 में सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद से वियतनाम को चावल निर्यात के ऑर्डर बढ़ गए हैं. 2023 में वियतनाम का चावल निर्यात बढ़कर रिकॉर्ड 8.3 मिलियन मीट्रिक टन तक दर्ज किया गया था. घरेलू निर्यातकों का कहना है कि बढ़ते निर्यात की वजह से वियतनाम में चावल के स्टॉक में कमी देखने को मिल रही है, लेकिन वियतनाम चावल की ग्लोबल डिमांड को पूरा करने के लिए कोशिश कर रहा है. उनका कहना है कि चूंकि वियतनाम में मिलिंग के लिए धान उपलब्ध नहीं है. ऐसे में वहां कुछ व्यापारियों ने भारत से हस्क ब्राउन राइस का आयात किया है और प्रोसेसिंग के जरिए उपलब्ध चावल का निर्यात करके अच्छा मुनाफा कमाया है. जल्द ही वहां के अन्य व्यापारियों ने भी इस तरीके का इस्तेमाल किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वियतनाम के व्यापारियों ने भारत से हस्क ब्राउन राइस को करीब 500 डॉलर प्रति मीट्रिक टन के एफओबी भाव पर खरीदा था और प्रोसेसिंग के बाद चावल को 600 डॉलर प्रति मीट्रिक टन से ज्यादा के भाव पर बेचा था. घरेलू निर्यातकों का कहना है कि वियतनाम ने हाल ही में भारत से हस्क ब्राउन राइस को खरीदना शुरू किया है और अब यह भारत के कुल हस्क ब्राउन राइस निर्यात का करीब 95 फीसद हिस्सा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक सरकारी अधिकारी का का कहना है कि वियतनाम मौजूदा समय में हर महीने भारत से करीब 70,000 मीट्रिक टन हस्क ब्राउन राइस का आयात कर रहा है.