देश का निर्यात (export) जुलाई महीने में 49.85 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35.43 अरब डॉलर पहुंच गया. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और जेम्स एंड ज्वेलरी के एक्सपोर्ट से बीते महीने में कुल निर्यात में बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान व्यापार घाटा बढ़कर 10.97 अरब डॉलर पहुंच गया, जो बीते साल की जुलाई में 4.83 अरब डॉलर था.
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में आयात (import) करीब 63 फीसदी बढ़कर 46.40 अरब डॉलर पहुंच गया. इस दौरान कच्चे तेल का आयात 97.45 पर्सेंट की बढ़त के साथ 12.89 अरब डॉलर पहुंच गया. चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों (अप्रैल से जुलाई) के दौरान निर्यात 74.5 फीसदी बढ़कर 130.82 अरब डॉलर पर पहुंच गया. बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 75 अरब डॉलर पर था.
वहीं, इस वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में इंपोर्ट 94 प्रतिशत बढ़कर 172.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया. लॉकडाउन में ढील होने और आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से अप्रैल से जुलाई की अवधि में कच्चे तेल का आयात 123.84 फीसदी की बढ़त के साथ 43.90 अरब डॉलर पर पहुंच गया. बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 19.61 अरब डॉलर था.
गोल्ड का आयात बढ़कर 4.2 अरब डॉलर रहा, जो सालभर पहले जुलाई में 1.78 अरब डॉलर था. निर्यातकों के संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) के प्रेसिडेंट ए शक्तिवेल के मुताबिक, जुलाई का निर्यात पिछले नौ साल में अब तक का सबसे अधिक है. इससे संकेत मिलता है कि वैश्विक व्यापार में तेजी से सुधार हो रहा है. ग्लोबल डिमांड भी बढ़ रही है. एक्सपोर्टरों के पास ऑर्डरों की बुकिंग अच्छी है.