अयोध्या में राम मंदिर को लेकर देश भर में बड़ा उत्साह है. राम मंदिर के तैयार होने से उत्तर प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद है. इससे राज्य के राजस्व में भी तेजी आएगी. एसबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, इससे यूपी के राजस्व को 20 से 25 हजार करोड़ रुपये का फायदा हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार की पिलिग्रिमेज रेजुवनेशन एंड स्पिरिचुअल हेरिटेज ऑगमेंटेशन ड्राइव (प्रसाद) स्कीम से उत्तर प्रदेश को खूब फायदा हो रहा है.
मंदिर निर्माण से राज्य में जमीनें महंगी
राम मंदिर से राज्य के कई मुद्दे प्रभावित हो रहे हैं. मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद से रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी देखी जा रही है. इसके साथ ही, होटलों से लेकर अस्पताल और सभी तरह के बड़े व्यवसायों का अयोध्या में आगमन बढ़ रहा है. अयोध्या और उसके आस-पास जमीनों के दाम पर आसमान पर पहुंचे हुए हैं. पर्यटकों की संभावित आवक के मद्देनजर कंपनियां पहले ही तैयारियां तेज कर चुकी हैं. इससे खासकर टूरिज्म एंड हॉस्पिटलिटी सेक्टर को बड़ा बूस्ट मिलने की उम्मीद है. इससे पहले रिटेल ट्रेडर्स के संगठन कैट ने कहा था कि राम मंदिर के चलते देश भर में व्यापारियों को 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस मिला है.
यूपी में बढ़ेगा पर्यटकों का खर्च
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में पर्यटकों के द्वारा किया जाने वाला खर्च 2022 की तुलना में दोगुना हो सकता है. गौरतलब है कि साल 2022 में उत्तर प्रदेश में घरेलू पर्यटकों ने 2.2 लाख करोड़ रुपये खर्च किया था, जबकि विदेशी पर्यटकों ने राज्य में 10 हजार करोड़ रुपये खर्च किया था. रिपोर्ट की मानें तो राम मंदिर व पर्यटन को बढ़ावा देने वाली अन्य योजनाओं के दम पर इस साल राज्य में पर्यटकों का खर्च 4 लाख करोड़ रुपये के पार निकल सकता है. यानी राज्य को इससे बड़ा फायदा होगा.
यूपी की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर
एसबीआई की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर जोर दिया गया है. वित्त वर्ष 2027-28 में जब देश की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की होगी, तब तक उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 500 बिलियन डॉलर के पार निकल सकती है. अगर ऐसा होता है तो यह भारत में अर्थव्यवस्था के हिसाब से दूसरा बड़ा कंट्रीब्यूटर राज्य होगा.