Pixabay - रियल एस्टेट बाजार को इससे भी ज्यादा गति नए प्रोजेक्टस के लॉन्च होने के बाद मिलेगी. रियल एस्टेट से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले फेस्टिव सीजन में बाजार में नई परियोजनाओं को उतारे की तैयारी चल रही है.
Private Equity Investment in Real Estate: रियल एस्टेट मार्केट में निवेशकों का भरोसा बढ रहा हैं और ओफिस से लेकर औद्योगिक और लोजिस्टिक्स से लेकर आवासीय क्षेत्र में जम कर निवेश कर रहे हैं. प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में भारतीय रियल एस्टेट मार्केट में प्राइवेट इक्विटी (PE) निवेश 27 फीसदी बढ़कर 1.79 अरब डॉलर हो गया. एक साल पहले इसी अवधि में PE निवेश 1.41 अरब डॉलर रहा था. आंकड़ों के अनुसार, ऑफिस सेगमेंट ने कुल PE प्रवाह का लगभग 33 प्रतिशत, यानि 59.1 करोड़ अमरीकी डॉलर आकर्षित किया. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में औद्योगिक और लोजिस्टिक्स क्षेत्र में लगभग 53.7 करोड़ अमरीकी डॉलर का महत्वपूर्ण निवेश देखा गया, जो कुल हिस्सेदारी का 30 प्रतिशत है.
आवासीय क्षेत्र में 39.4 करोड़ अमरीकी डॉलर का निवेश देखा गया, जो कुल PE फंड का 22 प्रतिशत है. डेटा केंद्रों, भूमि और मिश्रित उपयोग के रियल एस्टेट डेवलपमेंट ने कुल PE प्रवाह के शेष 15 प्रतिशत को आकर्षित किया, जिसमें प्रत्येक में 5 प्रतिशत शामिल था.
एनारॉक कैपिटल ने अपने ‘फ्लक्स मार्केट मॉनिटर फॉर कैपिटल फ्लो इन इंडियन रियल एस्टेट’ में कहा, “भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में निरंतर विश्वास प्रदर्शित करते हुए, प्राइवेट इक्विटी फंडों ने वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में इस क्षेत्र में लगभग 179 करोड़ अमरीकी डॉलर का निवेश किया.” यह वित्त वर्ष 2021 की इसी अवधि की तुलना में 27 प्रतिशत की वृद्धि है, जब लगभग 141 करोड़ अमरीकी डॉलर का निवेश आया था.
एनारॉक कैपिटल के MD & CEO शोभित अग्रवाल ने कहा, “मौजूदा अवधि में PE सौदों के लिए औसत टिकट साइज 32 प्रतिशत कम रहा हैं, जो वित्त वर्ष 2015 की पहली छमाही में 11.4 करोड़ अमरीकी डॉलर से वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में 7.8 करोड़ अमरीकी डॉलर पहुंचा हैं.”