साल 2021 अब तक 18 यूनिकॉर्न को जन्म लेते देख चुका है. पेमेंट स्टार्टअप (Payments startup) भारतपे यूनिकॉर्न कंपनियों के क्लब में हाल ही में शामिल हुआ है. भारतपे ने सीरीज E फंडिंग राउंड में 3700 लाख डॉलर जुटाए हैं, जिसके चलते अब कंपनी की वैल्यू 2.85 अरब डॉलर है. भारतपे के अन्य नए निवेशकों में स्टीडफास्ट कैपिटल (Steadfast Capital) और ड्रैगनियर इन्वेस्टमेंट ग्रुप (Dragoneer Investor Group) शामिल हैं.
जुलाई में, तीन स्टार्ट-अप यूनिकॉर्न बन गए, ऑनलाइन ऑटोमोबाइल प्लेटफॉर्म ड्रूम अपनी फंडिंग का पहला चरण खत्म होने पर यूनिकॉर्न बन गया, जिसमें इसने 2000 लाख डॉलर जुटाए, जिसने इसके वैल्यूएशन को 1.2 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया. ट्रकिंग प्लेटफॉर्म ब्लैकबक और ऑफ बिजनेस जो SME लोन में हैं, अन्य दो यूनिकॉर्न में शामिल हैं.
बेंगलुरु बेस्ड इंश्योरेंस स्टार्ट-अप डिजिट इंश्योरेंस 2021 का पहला यूनिकॉर्न बना. डिजिट का वेल्युएशन 3.5 अरब डॉलर है. ई-कॉमर्स, फिनटेक और पेमेंट स्टार्टअप इस साल के 18 यूनिकॉर्न में से अधिकांश के लिए जिम्मेदार हैं. NBFC स्पेस में दो हैं – फाइव स्टार बिजनेस फाइनेंस और ऑफ बिजनेस. TiE -दिल्ली और रिसर्च फर्म जिनोव ने 2020 में भविष्यवाणी की थी कि भारत में 2025 तक 100 यूनिकॉर्न होंगे.
इस साल के 19 यूनिकॉर्न में से, फार्मेसी का सबसे अधिक वैल्यूएशन 4 अरब डॉलर है. इंफो मार्केट, मीशो, क्रेड, शेयरचैट, अर्बन कंपनी और भारतपे (BharatPe) का वैल्यूएशन 2 अरब डॉलर से ज्यादा है. भारतपे (BharatPe) साल यूनिकॉर्न क्लब में प्रवेश करने वाला 5वां फिनटेक स्टार्टअप है. डिजिट इंश्योरेंस, क्रेडिट, ग्रो और जीटा अन्य चार यूनिकॉर्न में शामिल हैं.
मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस ने इस साल की शुरुआत में भारत की सूनी कॉर्न्स लिस्ट के दूसरे एडिशन को अनवेल किया. सूनी कॉर्न्स अगला अरब डॉलर स्टार्टअप है. रिपोर्ट के अनुसार, लिस्ट में 35 स्टार्टअप शामिल हैं, जो निकट भविष्य में 1 अरब डॉलर से अधिक का वैल्यूएशन (यूनिकॉर्न) हासिल करने की क्षमता रखते हैं. एरुडिटस, वेदांतु, ग्रोफर्स, रिबेल फूड्स और मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) लिस्ट में शामिल हैं, जबकि भारतपे (BharatPe) जो लिस्ट में भी था, अब यह दर्जा हासिल कर चुका है.
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