भारत के 50 प्रतिशत फिजिकल और फाइनेंशियल एसेट (भौतिक और वित्तीय संपत्ति) सबसे अमीर 10% लोगों के पास है. वहीं नीचे की 50 प्रतिशत आबादी के पास 10% से कम एसेट है. नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) ने 2019 में ऑल इंडिया डेब्ट एंड इन्वेस्टमेंट सर्वे किया जिसमें ये जानकारी सामने आई है. सर्वे में पता चलता है कि सबसे धनी 10% लोग भारतीय शहरी क्षेत्र के कुल एसेट के 55.7% और ग्रामीण क्षेत्र के कुल एसेट के 50.8% के मालिक है.
सबसे ज्यादा असमानता दिल्ली में
सर्वे के परिणामों के अनुसार सबसे ज्यादा असमानता राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सामने आई. यहां टॉप 10% सबसे अमीर लोग संपत्ति के 80.8% के मालिक थे. वहीं निचले 50% लोगों के पास केवल 2.1% की हिस्सेदारी थी. यह वित्तीय असमानता ग्रामीण इलाकों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में जमीन के हाई वैल्यूएशन के कारण हो सकती है.
राष्ट्रीय राजधानी के बाद, दूसरा सबसे ज्यादा असमानता वाला राज्य पंजाब था, जिसके टॉप 10% अमीर लोगों के पास राज्य की वित्तीय और भौतिक संपत्ति का 65% से अधिक था. पंजाब के निचले 50% के पास संपत्ति का केवल 5% हिस्सा था.
जम्मू-कश्मीर में सबसे कम असमानता
वित्तीय असमानता वाले अन्य राज्य हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड थे. केंद्र शासित प्रदेशों में, जम्मू और कश्मीर सबसे कम असमानता वाला राज्य था. यहां शीर्ष 10% अमीर लोग 32% संपत्ति के मालिक थे. नीचे के 50% के पास 18% की हिस्सेदारी थी.
इस मेथड से किया गया सर्वे
संपत्ति का अनुमान उन सभी परिवारों के पास मौजूद हाउसहोल्ड जैसे- जमीन, पशु, बिल्डिंग, व्हीकल और डिपॉजिट के लिए असाइन की गई मॉनिटरी वैल्यू के आधार पर लगाया गया है. ऑल इंडिया डेब्ट एंड इन्वेस्टमेंट टाइटल वाले वाले इस सर्वे को जनवरी और दिसंबर 2019 के बीच 5,940 गांवों में संचालित किया गया था, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के 69,455 परिवार शामिल थे. वहीं शहरी क्षेत्रों में 3,995 ब्लॉक के 47,006 घरों को इसमें शामिल किया गया. इस सर्वे में जानकारी दो बार में एकत्र की गई थी. पहली विज़िट 1: जनवरी-अगस्त, 2019 और विजिट 2: सितंबर-दिसंबर, 2019.