अब कोई भी लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) का उपभोक्ता जो इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की सर्विस ले रहा हो, वह अब आसानी से हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) या किसी ओर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के साथ स्विच कर सकता है. जिस तरह हम अपना मोबाइल फ़ोन नंबर स्विच करते है, उसी तरह यह भी संभव हो गया है.
तीनों कंपनियां संयुक्त रूप से एक सॉफ्टवेयर विकसित कर अपना पूरा LPG बिजनेस डेटा एक ही प्लेटफॉर्म पर ला रही हैं. सरकार भी इस पर काम कर रही है. मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, OMCs के बीच इस प्रक्रिया को आसान करने के लिए निविदा आमंत्रित की गयी है. इस प्रक्रिया को चालू वित्त वर्ष में लागू किए जाने की उम्मीद है.
कठिन है मौजूदा प्रक्रिया
वर्तमान में ईंधन रिटेलर अपने ग्राहकों को अपने ही बलबूते पर अपने क्षेत्र में मौजूद अन्य वितरक को कनेक्शन के ऑनलाइन हस्तांतरण के लिए और सिलेंडर रिफिल के लिए LPG वितरक चुनने की अनुमति देते हैं. हालांकि, ऐसा करना आसान है, लेकिन अगर आपको किसी दूसरे वितरक से सेवा लेनी है तो ये आसान नहीं है. इस प्रक्रिया में पहले कनेक्शन का खुद जाकर समर्पण करना होता है और फिर LPG कनेक्शन के लिए किसी अन्य रिटेलर के वितरक से आपको कनेक्शन मिल सकता है. यह कई बार कठिन और समय लेने वाला हो जाता है.
24 जून 2019 को तेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अगर कंपनी के भीतर ही कनेक्शन का हस्तांतरण करना हो, तो मौजूदा वितरक और जिस क्षेत्र में ट्रांसफर लेना हो, वहां के वितरक दोनों को अग्रिम सूचना मिलती है. साथ ही उपभोक्ता अपने इस हस्तांतरण पर नजर भी रख सकता है. हालांकि, LPG उपकरण को सरेंडर करने के लिए और जमानत राशि को पाने के लिए ग्राहक को मूल वितरक के पास जाना पड़ता है.