घरेलू आर्थिक गतिविधियों में तेजी को बताते हुए कहा गया है कि भारत का व्यापारिक आयात सितंबर में 56.4 बिलियन अमरीकी डॉलर के ऐतिहासिक मासिक उच्च स्तर को छू गया है, जबकि महीने के दौरान आयात में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई. खासकर सोना, वनस्पति तेल और इलेक्ट्रॉनिक सामान में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है.
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से पटरी पर लौट रही है, घरेलू खपत बढ़ रही है और औद्योगिक उत्पादन कोविड-19 के पहले के स्तर पर है. मुरलीधरन ने कहा कि भारत की नरेंद्र मोदी सरकार ने सुधार, क्रियान्वयन और बदलाव के मंत्र से ‘‘दीर्घकालिक’’ ढांचागत सुधार किए हैं. मंत्री ने यहां पिछले सप्ताह कहा, इन सुधारों में डिजिटल तरीके से लेनदेन से लेकर बैंकिंग सुधार, भ्रष्टाचार पर रोक, महंगाई रोकना आदि शामिल हैं. अब 90 प्रतिशत से अधिक एफडीआई मंजूरी को स्वत: मंजूरी क्षेत्र में रखा गया है. हम हर क्षेत्र में रचनात्मकता और इनोवेशन की पारिस्थितिकी को बढ़ावा दे रहे हैं.
प्रवासी निभा सकते हैं अहम भूमिका
मुरलीधरन यहां ‘‘शांति निर्माण एवं सतत शांति’’ पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय खुली चर्चा पर भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर आए थे. उन्होंने ‘जयपुर फुट यूएसए’ और ‘ग्रेशिसय गिवर्स फाउंडेशन यूएसए’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि सरकार द्वारा किए गए सुधार भारत में कारोबारी तंत्र को प्रोत्साहित कर रहे हैं और प्रवासी अधिक निवेश तथा देश में प्रौद्योगिकी तथा कौशल लाकर इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
मजबूती से पटरी पर लौट रही है अर्थव्यवस्था
उन्होंने कहा, हमारा दृढ़ता से मानना है कि परितंत्र में सुधार और प्रवासियों के साथ बेहतर तालमेल से देश में नए विचार आएंगे. यह प्रत्यक्ष है कि अर्थव्यवस्था मजबूती से पटरी पर लौट रही है. घरेलू खपत बढ़ी है और इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन कोविड के पहले के स्तर पर पहुंच गया है.