पड़ोसी देश होने के बावजूद चीन के साथ भारत के रिश्ते भले ही मधुर ना हों, लेकिन व्यापार के लिए चीन के ऊपर भारत की निर्भरता लगातार बढ़ती जा रही है. ट्रेड डेवल्पमेंट के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था UNCTAD के मुताबिक व्यापार के लिए 2023 के दौरान चीन और यूरोपियन यूनियन पर भारत की निर्भरता बढ़ी है, जबकि सऊदी अरब पर घटी है.
UNCTAD के मुताबिक 2023 में विश्व व्यापार के लिए चीन और यूरोपियन यूनियन पर भारत की निर्भरता में 1.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई है और सऊदी अरब पर निर्भरता में 0.6 फीसद की गिरावट आई है. वैश्विक व्यापार को लेकर जारी UNCTAD की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 के दौरान वैश्विक व्यापार में ग्रोथ आने की उम्मीद है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2023 के दौरान व्यापार के लिए चीन और अमेरिका में एक दूसरे की निर्भरता में गिरावट आई है.
रिपोर्ट यह भी बताती है कि 2023 की अंतिम तिमाही के दौरान दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाों के व्यापार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, इस दौरान चीन में इंपोर्ट 5 फीसद बढ़ा है और भारत के एक्सपोर्ट में भी 5 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि कुल मिलाकर 2023 के दौरान वैश्विक व्यापार में लगभग 3 फीसद की गिरावट आई है. 2022 के दौरान वैश्विक व्यापार का कुल आकार 32 ट्रिलियन डॉलर दर्ज किया गया था.
हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक व्यापार में ज्यादा गिरावट वस्तु व्यापार में आई कमी की वजह से आई है, जबकि दूसरी तरफ सर्विस व्यापार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.