चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था केंद्र सरकार के अनुमान से ज्यादा रहने की संभावना है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.6% के अनुामनों को पीछे छोड़ते हुए 8% तक पहुंच सकती है. आरबीआई गवर्नर ने यह बात एक बिजनेस चैनल को दिए इंटरव्यू में कही. उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष, यानी FY25 में भी जीडीपी वृद्धि बेहतर रहने की उम्मीद जताई.
शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की फरवरी की बैठक के दौरान जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.6 प्रतिशत लगाया गया था, लेकिन वित्त वर्ष 2024 में ग्रोथ पूर्वानुमान से ज्यादा रहने की संभावना है. वित्त वर्ष 2025 में भी जीडीपी ग्रोथ 7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है.
एसबीआई की रिसर्च में भी वृद्धि का था अनुमान
आरबीआई गवर्नर के अलावा भारतीय स्टेट बैंक ने भी अपनी ‘इकोरैप’ रिसर्च रिपोर्ट के जरिए जीडीपी ग्रोथ का दावा किया था. रिपोर्ट के मुताबिक सही नीतिगत दृष्टिकोण और पॉलिसी से अर्थव्यवस्था में मौजूद खामियां दूर हो सकती हैं. वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो विश्लेषकों की 6.6 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद से बेहतर है, हालांकि अर्थशास्त्रियों ने जीवीए ग्रोथ में नरमी को लेकर चिंता जताई है. केंद्र सरकार ने भारत की वित्त वर्ष 2024 की वृद्धि दर के अनुमान को भी संशोधित कर 7.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया था.
2031 तक भारत होगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ पर अपनी रिपोर्ट पेश की है. क्रिसिल के मुताबिक भारत 2031 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा. इतना ही नहीं भारत 2031 तक उच्च-मध्यम आय (Upper-Middle Income) वाला देश बन जाएगा और यहां की अर्थव्यवस्था दोगुनी होकर सात लाख करोड़ डॉलर हो जाएगी. क्रिसिल ने अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) 6.8 फीसद रहने का अनुमान लगया.