Forex Reserve At Record High: शुक्रवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर (RBI Governor) शक्तिकांत दास ने कहा कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार 29 मार्च को 645.6 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. यह अब तक का सबसे अधिक है. विदेशी मुद्रा भंडार नकद और दूसरे रिजर्व एसेट्स जैसे सोना और चांदी के तौर पर रिजर्व बैंक के पास होता है. इसका प्रमुख उद्देश्य देश के भुगतान प्रणाली को संतुलित करना और मुद्रा के विनिमय दर को स्थिर रखना है.
इससे पिछले हफ्ते यानी 22 मार्च को समाप्त हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 140 मिलियन डॉलर बढ़कर 642.63 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि हमें भरोसा है कि बाहरी फाइनेंसिंग की जरूरतों को आराम से पूरी कर लेंगे.
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में भारतीय रुपया सबसे स्थिर रहा है. पिछले 3 वर्षों से तुलना करें तो भारतीय रुपया 2023-24 में सबसे कम अस्थिर रहा है.
शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रुपये की अमेक्षाकृत कम अस्थिरता देश के मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स में मजबूती, वित्तीय स्थिरता और दूसरी चीजों में सुधार को प्रदर्शित करता है.
शुक्रवार को हुई मौद्रिक नीति की घोषणा में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है. आम तौर पर भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर लिक्विडिटी मैनेजमेंट के लिए बाजार में हस्तक्षेप करता रहता है. रुपये के अवमूल्यन को रोकने को लिए रिजर्व बैंक बाजार में डॉलर की बिक्री करता है.
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर आरबीआई की पैनी निगाह रहती है और यह तभी हस्तक्षेप करता है जब विनिमय दरों में जरूरत से ज्यादा अस्थिरता होती है.
Published - April 5, 2024, 12:04 IST
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