Hikes in MSP of Wheat & Mustard Seed: फसल क्षेत्र के साथ-साथ किसानों की आय को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 6 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को बढ़ा दिया है. सरकार ने बुधवार को चालू फसल वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. इसके अलावा सरसों का MSP 400 रुपये बढ़ाकर 5,050 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है.
इसके अलावा जौ का एमएसपी 35 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है. जबकि चना के MSP को 130 रुपये क्विंटल बढ़ाया गया है. इसी तरह से मसूर के MSP में 400 रुपये का इजाफा किया गया है. जबकि, सूरजमुखी का MSP 114 रुपये बढ़ाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया.
MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) वह दर है जिस पर सरकार किसानों से अनाज खरीदती है. मौजूदा समय में, सरकार खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाने वाली 23 फसलों के लिए MSP तय करती है.
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता में आज आर्थिक मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति (#CCEA) ने रबी विपणन सत्र 2022-23 के लिए सभी अधिदेशित रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को दी मंजूरी…#Cabinet #AatmaNirbharKrishi pic.twitter.com/WZxJsDznlF
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) September 8, 2021
खरीफ (गर्मी) फसलों की कटाई के तुरंत बाद अक्टूबर से रबी (सर्दियों) फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है. गेहूं और सरसों रबी की प्रमुख फसलें हैं. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, CCEA ने फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) और 2022-23 विपणन सत्रों के लिए छह रबी फसलों के लिए MSP में वृद्धि को मंजूरी दी है.
इस फसल वर्ष के लिए गेहूं का MSP 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो फसल वर्ष 2020-21 में 1,975 रुपये प्रति क्विंटल था. विज्ञप्ति में कहा गया है कि गेहूं की उत्पादन लागत 1,008 रुपये प्रति क्विंटल होने का अनुमान लगाया गया है. अधिकारी के अनुसार, सरकार ने रबी विपणन सत्र 2021-22 के दौरान 4.3 करोड़ टन से अधिक की रिकॉर्ड गेहूं की खरीद की है.
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