इनकम टैक्स विभाग एकीकृत प्रणाली की मदद से सभी तरह के डेटा के बीच विसंगतियों (discrepancies) को दूर करेगी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके स्टॉक एक्सचेंजों से प्राप्त डेटा के साथ इसका मिलान करेगी.
आयकर संबंधी पेशेवर सेवाएं देने वालों के संगठन डायरेक्ट टैक्स प्रोफेशनल्स एसोसियेशन (डीपीटीए) ने कहा था कि नए आयकर पोर्टल (New Income Tax Portal) पर उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अभी भी समस्याएं दूर नहीं हुई हैं. डीपीटीए ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिखे एक पत्र में दावा किया था कि इस पोर्टल में करीब 40 समस्याएं हैं. डीपीटीए ने वित्त मंत्री से विवाद से विश्वास योजना के तहत करों के भुगतान के लिए अंतिम तारीख को दो महीने आगे बढ़ाने और साथ ही 30 जून तक, बकाया टीडीएस/टीसीएस स्टेटमेंट पेश करने एवं दूसरी औपचारिकताओं के अनुपालन की तारीख बढ़ाने की अपील की थी.
संगठन ने कहा था कि कोविड-19 महामारी की वजह से ज्यादातर राज्यों में कार्यालयों में काम नहीं हो रहा है, इसलिए तारीखें आगे बढ़ायी जानी चाहिए.
पोर्टल पर कई सुविधाएं नहीं कर रहीं काम
इनकम टैक्स् विभाग ने नया पोर्टल लॉन्च तो कर दिया है, लेकिन इसकी नई सुविधाएं काम ही नहीं कर रही हैं. लोगों की माने तो पोर्टल पर अवर सर्विस (Our Services) सेक्शन में ई वैरिफिकेशन, लिंक आधार-पैन और पैन वैरिफिकेशन जैसी सुविधाएं काम नहीं कर रही हैं. ये ऑप्शन खुल ही नहीं रहे हैं. पोर्टल पर ऐरर आ रहे हैं.
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने एक बयान में कहा था कि चार्टर्ड एकाउटेंट का शीर्ष संस्थान आईसीएआई (ICAI), ऑडिटर्स, कंसल्टेंट और टैक्सपेयर्स भी बीते दिनों बैठक में शामिल हुए. हालांकि अभी तक पोर्टल पर समस्याएं दूर नहीं हो पाई हैं.
टैक्सपेयर्स ने सबसे पहले कहा कि यह वेबसाइट काफी स्लो है. कुछ टैक्सपेयर्स ने कहा कि इसके कई ऑप्शन सही से काम नहीं कर रहे हैं. समस्या बढ़ने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन्फोसिस के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग कर e-filing portal मसले का हल निकालने की कोशिश भी की थी.वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर इस मसले पर चर्चा के लिए 22 जून को इन्फोसिस (Infosys) के अधिकारियों से मिल चुके हैं.