देश में फ्यूल की मांग बीते साल के अगस्त की तुलना में इस साल के इसी माह में करीब 11 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई. हालांकि, मॉनसून के कारण मोबिलिटी और कंजम्पशन घटने से इस साल के जुलाई के मुकाबले मांग कम रही.
तेल मंत्रालय की पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPA) के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2021 में कुल 1.6 करोड़ टन फ्यूल की खपत हुई. सालभर पहले यह आंकड़ा 1.44 करोड़ टन का था. वहीं, इस साल के जुलाई में 1.68 करोड़ टन फ्यूल की खपत हुई थी.
पेट्रोल की बिक्री दो महीने पहले कोविड-पूर्व स्तर पर पहुंच गई थी. अगस्त में यह सालाना आधार पर 13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26.9 लाख टन पहुंच गई. वहीं, जुलाई की तुलना बिक्री 2.5 फीसदी अधिक रही.
देश में सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले फ्यूल डीजल की खपत अगस्त में सालाना आधार पर 15.6 फीसदी उछलकर 56 लाख टन पहुंच गई. हालांकि, मॉनसून के कारण ट्रकों की मोबिलिटी घटने से जुलाई की तुलना में खपत 8.7 पर्सेंट कम रही.
रसोई गैस या लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (LPG) की बिक्री सालाना आधार पर 2.4 प्रतिशत बढ़कर 23 लाख टन पहुंच गई. मासिक आधार पर इसमें 1.6 पर्सेंट की गिरावट हुई. उधर, मिट्टी के तेल की सेल्स 5.1 फीसदी घटकर 10.2 लाख टन रही. सड़क बनाने में काम आने वाले बिटुमेन की बिक्री 3.1 प्रतिशत बढ़ी. फ्यूल ऑयल का इस्तेमाल आठ फीसदी अधिक हुआ.