माल ढुलाई की दरें उच्च स्तर से कम हो गईं हैं और कंटेनर की उपलब्धता में सुधार हुआ है यानी देश में अब पहले जैसी कंटेनर की समस्या नहीं रही है. इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार भारतीय उद्योग के कुछ सूत्रों ने यह जानकारी है. सूत्रों के अनुसार भारत के परिधान और कृषि वस्तुओं के आयातकों और उपभोक्ता (Consumers) इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए कंटेनर उपलब्धता में काफी सुधार हुआ है, लेकिन लागत मूल्य में वृद्धि के चलते आने वाले महीनों में कीमतों में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है.
टेलीविजन, स्मार्टफोन, रेफ्रिजरेटर और एयर-कंडीशनर की कीमतों में अगले महीने तक 5-6% की वृद्धि होने की संभावना है. लागत मूल्य में 10-12% की वृद्धि के कारण जनवरी-फरवरी में कीमतों में इससे भी ज्यादा बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. परिधान निर्यातक उच्च लागत को आगे बढ़ाने के लिए बड़े ब्रांडों के साथ दरों को लेकर फिर से बातचीत कर रहे हैं. भारत में खराब मौसम के कारण उत्पादन और आपूर्ति प्रभावित हुई है इस कारण फसल के नुकसान के बीच बासमती चावल जैसी कृषि वस्तुओं की कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं.
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